प्रमोद कुमार/ दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि विश्व की सबसे बड़े लोकतंत्र की राजधानी दिल्ली में भूख के कारण तीन बेटियों की मृत्यु होना न सिर्फ दुखदाई व चैकाने वाला हादसा है परंतु यह घटना दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार और केन्द्र में भाजपा की नेतृत्व वाली सरकार की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगाते है।
माकन ने कहा कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार जो अपने आप को गरीबों की सरकार होने का दावा करती है तथा मोदी सरकार जो ‘‘बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ’’ का खोखला नारा देकर अपनी पीठ थपथपाते है, ये दोनो सरकारें तीन बेटियों को नही बचा सकी। माकन ने कहा कि सबसे चैकाने देने वाली बात तो यह है कि यह हादसा दिल्ली के उप मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में उनके स्थानीय कार्यालय के नजदीक हुआ है और उनको इस परिवार की इस दयनीय स्थिति की खबर तक नही।
तीन बच्चियों के घर का दौरा घुटने-घुटने पानी में से चलकर करने के पश्चात दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि यह हादसा केजरीवाल के विकास के खोखले दावों की पोल खोलता है। उन्होंने कहा कि यह परिवार मंडावली क्षेत्र में पिछले 4 वर्षों से रह रहा था तथा सबसे बड़ी बेटी सरकारी स्कूल में पढ़ती थी। श्री माकन ने कहा कि यदि आप पार्टी की दिल्ली सरकार ने इस परिवार को राशन कार्ड जारी किया होता और उनको राशन दिया होता, सबसे बड़ी बेटी को स्कूल में मिड-डे मील मिल रहा होता तो यह हादसा न होता। माकन ने कहा कि दिल्ली में कांग्रेस के 15 वर्षों के कार्यकाल में एक भी ऐसा हादसा नही हुआ था।
दौरे में प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन के साथ दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री डी.ऐ.के वालिया, अरविन्दर सिंह लवली, पूर्व विधायक अनिल कुमार, पटपड़गंज जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दिनेश कुमार भी शामिल थे।
अजय माकन ने आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार की कार्यप्रणाली पर गंभीर प्रश्न उठाते हुए कहा कि दिल्ली सरकार की आम आदमी कैंटीन कहां है जहां पर उन्होंने 10 रुपये में भोजन देने का दावा किया था। श्री माकन ने कहा कि आप पार्टी और भाजपा की सरकारों ने तीनों बेटियों के पिता को रोजगार देने में भी असफल रही, यदि उनके पिता के पास रोजगार होता तो यह हादसा नही होता।
माकन ने कहा कि दिल्ली की स्थिति बद् से बदतर होती जा रही है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार को इन निर्दोष बेटियों की भूख के कारण होेने वाली मृत्यु की जिम्मेदारी लेनी चाहिए जबकि केजरीवाल अपनी पीठ थपथपाते हुए कहते है कि दिल्ली में बहुत अच्छा चल रहा है।
माकन ने कहा कि ऐसे समय में जब दिल्ली के उपमुख्यमंत्री अपने लिए 20 लाख की लग्ज़री कार खरीद रहे है, उस समय उनके विधानसभा क्षेत्र में उनके स्थानीय कार्यालय के नजदीक तीन बेटियों की भूख के कारण मृत्यु होना कई गंभीर प्रश्न उठता हैं।