योगी के अब्बाजान वाले बयान पर भड़के अखिलेश यादव, योगी को दी ये नसीहत

लखनऊ। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें अपनी भाषा पर संतुलन रखना चाहिए, वरना वह भी अपने पिताजी के लिए उसी तरह की भाषा सुनने के लिए तैयार रहें, जैसा वह हमारे पिताजी के लिए बोले हैं। अखिलेश ने कहा कि मुख्यमंत्री को किसानों और नौजवानों की आवाज नहीं सुनाई दे रही है। उनके साथ अन्याय कर रहे हैं। किसान अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहा है, और नौजवान रोजगार की मांग कर रहा है। गन्ना किसानों का हजारों करोड़ों रुपया बकाया है।

उत्तर प्रदेश में आज सबसे ज्यादा दलित, पिछड़े और मुसलमान जेल में है। इसके लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार है. यादव ने कहा भाजपा ने अपने संकल्प पत्र से किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था। पिछली बार हमने सवाल किया था कि किसानों की आय क्या है इस समय। किसानों की दुगना करने के भाजपा के वादे का क्या हुआ, आज तक जवाब नहीं आया। इसी तरह से बीजेपी ने हर जिले में दुग्ध परक्योरमेंट वादा किया था।

सपा सरकार में अमूल के दो प्लांट लगवाए गए थे, लेकिन उसमें यूपी के किसानों का दूध नहीं लिया जा रहा है। भाजपा सरकार ने डेयरी के क्षेत्र में कोई काम नहीं किया। सपा सरकार में डेयरी के विकास के लिए जो काम हो रहे थे उसे भी रोक दिया। बीजेपी बताएं कि किसानों की आय कब दुगनी होगी। डीजल, कीटनाशक की महंगाई बढ़ रही है सरकार को बताना चाहिए, अब किसानों की आय क्या है। सपा प्रदेश मुख्यालय पर बसपा, कांग्रेस समेत विभिन्न दलों को छोड़कर शामिल होने वाले नेताओं का स्वागत करते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा कि कि बीजेपी सोशल मीडिया से डरी हुई है। 2014, 2017 के चुनाव में भाजपा ने अफवाहें फैलाकर और झूठ बोलकर लोगों को गुमराह किया है। भाजपा ने सोशल मीडिया पर जमकर दुरुपयोग किया था ।

आज जब सोशल मीडिया की पहुंच गांव तक हो गई है, लोग सच बोल रहे हैं, तो भाजपा घबराई हुई है। नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्षों के स्वागत के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी ने जिनके लिए लोकतंत्र की हत्या की, चीर हरण किया और आज उन्हीं का स्वागत कर रही है। जनता भाजपा को माफ नहीं करेगी

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पंकज चतुर्वेदी 'नमामि भारत' वेब न्यूज़ सर्विस में समाचार संपादक हैं। मूल रूप से गोंडा जिले के निवासी पंकज ने अपना करियर अमर उजाला से शुरू किया। माखनलाल लाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में परास्नातक पंकज ने काफी समय तक राष्ट्रीय राजधानी में पत्रकारिता की और पंजाब केसरी के साथ काम करते हुए राष्ट्रीय राजनीति को कवर किया है। लेकिन मिट्टी की खुशबू लखनऊ खींच लाई और लोकमत अखबार से जुड़कर सूबे की सियासत कवर करने लगे। 2017 में पंकज ने प्रिंट मीडिया से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की तरफ रुख किया। उत्तर प्रदेश के प्रतिष्ठित चैनल न्यूज वन इंडिया से जुड़कर पंकज ने प्रदेश की राजनीतिक हलचलों को करीब से देखा समझा। 2018 से मार्च 2021 तक जनतंत्र टीवी से जुड़े रहें। पंकज की राजनीतिक ख़बरों में विशेष रुचि है इसीलिए पत्रकारिता की शुरुआत से ही पॉलिटिकल रिपोर्टिंग की तरफ झुकाव रहा है। वह उत्तर प्रदेश की राजनीति की बारीक समझ रखते हैं।
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