विद्युत विभाग एक ऐसा भी विभाग है जहां पर भ्रष्टाचार का इतना बोलबाला है कि जब तक सुविधा शुल्क मिलता है तभी यह काम करते हैं अन्यथा सुनते ही नहीं। जबकि यह के भ्रष्टाचार की खबर कई बार चल चुकी है इसके बावजूद यहां के अधिकारी सुधरने और सुनने का नाम नहीं लेते हैं । जी हां हम बात कर रहे हैं अति विशिष्ट जिले में शुमार होने वाले एवं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी की । जहां पर इन दिनों विद्युत व्यवस्था चरमराई हुई है पिछले 3 दिनों से जनता जबरदस्त गर्मी की चपेट में है ।
ऊपर से लगातार अघोषित विद्युत कटौती से तो जनता पूरी तरह से त्रस्त हो चुकी है । यदि यूं कहें कि गर्मी के कारण कस्बे में घरों के अंदर लोग गर्मी के कारण बिलबिला रहे हैं तो यह अतिशयोक्ति नहीं होगा । इसके बावजूद जहां फाल्ट आ जाती है वहां पर विभाग के द्वारा कई कई घंटे फाल्ट को दुरुस्त नहीं किया जाता है जिसके चलते लोग परेशान रहते हैं । इसी प्रकार का मामला देर रात अमेठी कस्बे के प्रतापगढ़ रोड स्थित बाबा बालक दास कुटी मोहल्ले में देखा गया जहां पर स्थानीय बताते हैं कि पिछले 4 दिनों में एक ही फाल्ट लगातार 05 बार आई। बार-बार शिकायत करने के बाद विद्युत विभाग का कोई अधिकारी सुनने का नाम नहीं लेता है । अधिकारी तो यहां तक मगरूर हो गए हैं कि मीडिया कर्मियों का फोन तक नहीं उठाते हैं तो आम जनता की बात दूर है ।
उस पर ठीक से रिस्पांस नहीं देते हैं जबकि यह एक ऐसा सेवा प्रदाता विभाग है जो पुलिस विभाग की तरह 24 * 7 काम करनी चाहिए लेकिन काम करता कौन है ? जब किसी तरह से लाइनमैन वहां से मौके पर पहुंचे जाता है तो उसको शटडाउन ही नहीं दिया जाता है । अब संविदा कर्मी लाइनमैन चलती लाइन में ट्रांसफार्मर पर चढ़कर कैसे बिगड़ी विद्युत व्यवस्था सही करे ? इसके लिए जब वह विद्युत सब स्टेशन अमेठी फोन करता है तो वहां से कहा जाता है कि जब तक SDO साहब JE साहब फोन नहीं करेंगे तब तक हम कोई काम नहीं करेंगे। इसी समस्या को लेकर देर रात लगभग 11:00 बजे सैकड़ों की संख्या में लोग सड़कों पर आ गए । जब विभाग को लगा कि अब पानी सर के ऊपर से गुजर जाएगा तब किसी तरह से स्वयं ही एसडीओ अमरजीत वर्मा लाइनमैन को लेकर मौके पर पहुंचे जहां पर उन्हें ग्रामीणों के गुस्से का शिकार भी होना पड़ा ।
किसी तरह से हमेशा की तरह एक बार फिर से किसी तरह से समस्या का अस्थाई निदान करते हुए सप्लाई बहाल की गई। लगातार हो रही समस्या के चलते ग्रामीणों ने आवाज उठाई है कि इस तरह की जो भी समस्याएं हैं उनका स्थाई तौर पर निदान किया जाए अन्यथा की की स्थिति में हम लोग आंदोलन करेंगे क्योंकि हम लोग नियमित रूप से बिजली के बिल का भुगतान करते हैं इसके बावजूद हमको विद्युत विभाग की लापरवाही का दंश झेलना पड़ता है।