गोंडा। मनकापुर गोंडा अयोध्या धाम के साथ मखौड़ा, श्रृंगनारी, स्वामी नारायण छपिया व पटेश्वरनाथ को जोड कर अयोध्या धाम क्षेत्रीय संस्कृतिक, आध्यात्मिक विकास परिक्षेत्र बनाने की मांग ।मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान राम की प्रकाट्य स्थली अयोध्या धाम के सांस्कृतिक विकास की केंद्र व उ प्रदेश राज्य सरकार कार्य योजना बना रही है ।
अयोध्या धम के सर्वांगीण विकास के लिए केवल अयोध्या नगर के विकास से अपेक्षित परिणाम नहीं प्राप्त किया जा सकता है प्रभु राम के लिए अयोध्या नगर के चारों ओर गोनार्द क्षेत्र गोंडा ,मखौड़ा धाम बस्ती ,श्रृगि ऋषि का आश्रय श्रृंगनारी ,व भगवान घनश्याम जी महराज की जन्म स्थली स्वामी नारायण छपिया ,महर्षि पातंजलि पवित्र स्थलों को जोड कर अयोध्या धाम सांस्कृतिक परिक्षेत्र बनाकर विकसित किये जाते की मांग वरिष्ठ अधिवक्ता व आर टी आई कार्यकर्ता श्यामलाल शुक्ल द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ,व गुजरात के मुख्यमंत्री से पत्र भेजकर किया गया है ।
अधिवक्ता श्यामलाल शुक्ल ने बताया कि अयोध्या धाम के निकट पवित्र मनवर तट पर स्थित मखौड़ा धाम पर चक्रवर्ती सम्राट राजा दशरथ ने अपने गुरु के प्रेरणा से श्रृगि ऋषि से पुत्रेष्ठि यज्ञ किया गया जिससे मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान राम ,लक्ष्मण भरत सत्रुहन का अयोध्या में प्राकट्य हुआ इस कारण विना मखौड़ा व श्रृंगनारी के विकास के अयोध्या धाम का विकास अधूरा रहेगा साथ ही साथ भगवान घनश्याम जी महराज की जन्मस्थली स्वामी नारायण छपिया जिसका महत्व केवल भारत ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर है भगवान घनश्याम जी महराज जिन्होंने अपनी जन्म स्थली से काफी दूर सुदूर पश्चिम प्रदेश गुजरात को अपना कार्य क्षेत्र चुन कर तमाम सामाजिक बुराइयों पर जनमानस में विजय दिलाई गई जिन्हें भगवान कृष्ण का अवतार होने की मान्यता प्राप्त हुई।
जहाँ देश विदेश में रहने वाले लाखों लोग आते रहते हैं इस क्षेत्र को आवागमन व अन्य सुविधाओं से सुसज्जित करने के लिए अयोध्या परिक्षेत्र के रूप में विकसित किया जाना आवश्यक है ।जिसके लिए समाज के प्रबुद्धजनों से सहयोग लेकर केंद्र सरकार से अयोध्या धाम सांस्कृतिक परिक्षेत्र बना कर विकसित करने की मांग की जायेगी ।