फैजाबाद/ केंद्र व प्रदेश सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल अयोध्या को लेकर भले ही सरकार गंभीर हो लेकिन अधिकारी गंभीर नजर नहीं आते। पर्यटन विकास संबंधी विकास कार्यों का निरीक्षण करने पहुंची पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी विकास कार्यों की धीमी प्रगति पर नाराज दिखाई पड़ी।
उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि दीपोत्सव के पहले अयोध्या की सूरत बदलनी है अगर तय समय पर काम पूरा नहीं हुआ तो छोटे ही नहीं बड़े अधिकारियों पर भी गाज गिरेगी।उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि लापरवाही अब कतई बर्दाश्त नहीं होगी। लापरवाही का आलम यह दिखा कि अभी तक गुप्तार घाट पर विकास कार्यों की टेंडर प्रक्रिया भी पूरी नहीं हो पाई है। अधिकारी चार जगहों का टेंडर अभी तक फाइनल नहीं कर पाए हैं।
अयोध्या को लेकर केंद्र व प्रदेश सरकार भले ही गंभीर नजर आती हो लेकिन इनकी अधीनस्थ अधिकारी कतई गंभीर नहीं है। अयोध्या के पर्यटन विकास कार्यों में भारी लापरवाही पाई गई है। सरयू नहर खंड के अधिशासी अभियंता केसरी सिंह रीता बहुगुणा जोशी के सवालों का जवाब तक नहीं दे पाए।
गुप्तार घाट पर चल रहे 700 मीटर के घाट के कार्य पर केवल 260 मीटर पर कार्य चल रहा है जबकि उसी जगह पर चार जगहों का टेंडर अभी तक फाइनल नहीं हो पाया है। इस लापरवाही पर पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी काफी नाराज दिखी।
उन्होंने साफ शब्दों में अधिकारियों व कार्यदायी संस्थाओं को सचेत करते हुए कहा कि अगर दीपोत्सव के पहले सारे कार्य पूरे नहीं हुए तो छोटे ही नहीं बड़े अधिकारियों पर गाज गिरेगी। पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी कार्य की गति संतुष्ट नहीं दिखी। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में अधिकारियों को सचेत करते हुए कहा कि तय समय में कार्य पूरा होना चाहिए। दूसरी तरफ गुण नियंत्रण मंडल सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता राधेकृष्ण की अनुपस्थिति पर भी नाराजगी दिखी। उन्होंने साफ शब्दों में कहा अगले दौरे में अधीक्षण अभियंता की उपस्थिति अनिवार्य होनी चाहिए अगर दिखाई नहीं पड़े तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।