हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी की नेपाल यात्रा के दौरान जनकपुर अयोध्या बस को प्रधानमंत्री मोदी ने शुरु किया था जो बस एक दिन बाद अयोध्या पहुँची थी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बडे ताम झाम के साथ बस को रिसीव किया था। लेकिन अब वह बस कहाँ है इसका कोई अता पता नही है। इस पर विरोधी दलों ने मोदी सरकार पर कई आरोप लगाएं हैं।
आखिर कहां है अयोध्या जनकपुर बस सेवा।
ये सवाल पूछा है कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष निर्मल खत्री और पूर्व राज्यमंत्री व सपा नेता पवन पांडे ने।इन दोनों नेताओं ने प्रदेश व केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि कर्नाटक के चुनाव को प्रभावित करने के लिए भाजपा ने धार्मिक स्टंट अपनाया था। 11 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल के जनकपुर से अयोध्या बस सेवा का शुभारंभ किया था और 12 मई को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में बस की अगवानी का उसका स्वागत किया था।
अयोध्या जनकपुर बस अयोध्या से 13 मई को जनकपुर के लिए वापस रवाना हुई लेकिन फिर उसके बाद यह बस सेवा अभी तक दुबारा नहीं शुरू हो पाई है। इसका रूट क्या है इसका किराया कितना होगा यह अभी तक प्रदेश सरकार तय नहीं कर पाई है। दोनों नेताओं ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने अभी तक नेपाल सरकार से बस सेवा का टाईअप भी नहीं किया है। ऐसे में केंद्र व प्रदेश सरकार जनता को गुमराह कर रही है। आज भी लोगों को अयोध्या जनकपुर बस सेवा का इंतजार है।
दोनों नेताओं ने आरोप लगाया कि केवल कर्नाटक चुनाव को प्रभावित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धार्मिक स्टंट अपनाया था। बिना रूट तय किए बिना नेपाल सरकार से टाई-अप किए बिना किराया तय किए ही बस सेवा शुभारंभ कर जनता को धोखा दिया गया। वाहवाही लूटने के लिए भाजपा ने धार्मिक स्टंट अपनाया। वहीं दूसरी तरफ अयोध्या दौरे पर आई पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि बस आई और गई।दोनों सरकारों के बीच टाई-अप हो गया है जल्द ही रूट व किराया निर्धारण कर बस सेवा शुरू हो जाएगी।