यूपी में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आते जा रहा है, नेताओं का पाला बदलना शुरू हो चुका है। ताजा घटनाक्रम में बसपा के छह और बीजेपी के एक विधायक, सपा में शामिल हो गए हैं। इन नेताओं को पार्टी में शामिल कराने के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सीएम योगी पर तंज कसते हुए निशाना साधा है।
इस दौरान अखिलेश यादव ने बीजेपी के उस सदस्यता अभियान पर भी निशाना साधा, जिसे शुक्रवार को गृहमंत्री अमित शाह ने प्रदेश में शुरू किया था। अखिलेश ने कहा- कई लोग सपा में शामिल होना चाहते हैं। जब समय आएगा तब देखोगे। लोग भाजपा से इतने नाखुश हैं कि अगले चुनाव में उनका सफाया हो जाएगा। विधायक राकेश राठौर के शामिल होने के बाद, सीएम अपना नारा “मेरा परिवार बीजेपी परिवार” से “मेरा परिवार भागता परिवार” में बदल सकते हैं।
सके साथ ही उन्होंने कांग्रेस को लेकर कहा कि समाजवादियों का कांग्रेस और बीजेपी के बारे में ये ही मानना है कि जो कांग्रेस है, वो ही बीजेपी है और जो बीजेपी है, वो ही कांग्रेस है। जनता इतनी दुखी है कि आने वाले चुनाव में भाजपा का सफाया होगा। भाजपा परिवार भागता परिवार दिखाई देगा।
शनिवार को बहुजन समाज पार्टी के छह बागी विधायक, सपा मुख्यालय में पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव की मौजूदगी में आधिकारिक रूप से समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। बसपा के बागी विधायकों को मायावती ने पहले ही पार्टी से निलंबित कर दिया था, क्योंकि उन्होंने राज्यसभा चुनाव के दौरान सपा का साथ दिया था। समाजवादी पार्टी में शामिल होने वाले बसपा विधायकों में- हरगोविंद भार्गव, हाजी मुजतबा सिद्दीकी, हकीम लाल बिंद, असलम रैनी, सुषमा पटेल और असलम चौधरी का नाम शामिल है। इसके अलावा भाजपा के सीतापुर से विधायक राकेश राठौर ने भी शनिवार को सपा का दामन थाम लिया।
इससे पहले इन विधायकों के सपा में जाने की खबर पर मायावती ने अखिलेश यादव पर बड़ा हमला बोला था। विधायकों के साथ हुई बैठक को मायावती ने नाटक करार देते हुए कहा था कि समाजवादी पार्टी मीडिया में प्रचार कर रही है कि बसपा के कुछ विधायक सपा में जा रहे हैं, जो एक धोखा है। उन विधायकों को बहुत पहले निलंबित कर दिया गया था।