*- भाजपा शासित ईस्ट एमसीडी ने मंदिरों को नोटिस दिया है कि आप प्रॉपर्टी टैक्स भरो वर्ना आपका मंदिर सील कर दिया जाएगा- आतिशी*
*- राम नाम पर वोट मांगना और फिर मंदिरों पर टैक्स लगाना, यह है भाजपा की असलियत- आतिशी*
*- आम आदमी पार्टी मांग करती है कि भाजपा इस नोटिस को तुरंत वापस ले- आतिशी*
*- गरीबों के लिए पहला आश्रय मंदिर होता है, भाजपा उसे भी बंद कराना चाहती है- मनोज त्यागी*
*- आम आदमी पार्टी भजपा के इस कठोर कदम का विरोध करती है, भाजपा इसे वापस ले अन्यथा हम सड़कों पर उतरेंगे- मनोज त्यागी*
‘आप’ विधायक आतिशी ने कहा कि बीजेपी ने दिल्ली में औरंगज़ेबी फरमान दिया है। 1679 के बाद पहली बार जज़िया फरमान लगाया जा रहा है। भाजपा शासित ईस्ट एमसीडी ने कई मंदिरों को नोटिस दिया है कि आप प्रॉपटी टैक्स भरो वर्ना आपका मंदिर सील कर दिया जाएगा। राम नाम पर वोट मांगना और फिर मंदिरों पर टैक्स लगाना, यह है भाजपा की असलियत! एमसीडी में शासित भाजपा का सिर्फ एक ही काम है, भ्रष्टाचार, उगाही करना और अपनी जेब भरना। आम आदमी पार्टी ने भाजपा से इस नोटिस को तुरंत वापस लेने की मांग की है। वहीं ईस्ट एमसीडी के एलओपी मनोज त्यागी ने कहा कि गरीबों के लिए पहला आश्रय मंदिर होता है, भाजपा उस आश्रय को भी बंद कराना चाहती है। यह निंदनीय है। अगर भाजपा की निगम ने मंदिर की तरफ आँख उठाकर भी देखा, तो हमें जिस भी हद तक जाना पड़े, हम जाएंगे और इसका कड़ा विरोध करेंगे।
आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता और विधायक आतिशी ने मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित किया। आतिशी ने कहा कि भाजपा शासित एमसीडी ने जितना भ्रष्टाचार किया है, उसका आम आदमी पार्टी बार-बार खुलासा करती रही है। और शायद अब और खुलासों की जरूरत ही नहीं है क्योंकि अब यह जगजाहिर हो गया है कि भाजपा ने एमसीडी के सरकारी खजाने को खाली कर दिया है। आज यह हालात हैं कि एमसीडी न टीचरों की तनख्वाह दे रही है, न डॉक्टर्स और नर्सेस की तनख्वाह दे रही है और न सफाई कर्मचारियों की तनख्वाह दे रही है। एमसीडी में शासित भाजपा का सिर्फ एक ही काम है, भ्रष्टाचार, उगाही करना और अपनी जेब भरना।
दिल्ली के हर हिस्से में रहने वाला व्यक्ति यह जानता है कि भाजपा के नेता और पार्षद सिर्फ उगाही करना जानते हैं। जैसे ही कोई अपने घर में लिंटर डालना शुरू करता है, भाजपा के पार्षद उस आम इंसान से उगाही करने पहुंच जाते हैं। लेकिन अब भाजपा की जो पैसों की हवस है उसकी अब कोई सीमा नहीं रही है। भाजपा को लोग आम जनता से तो उगाही करते ही रहे हैं। उससे उनका, उनके पार्षदों और पार्टी का पेट नहीं भरा तो अब वह दिल्ली के मंदिरों से भी उगाही करने पहुंच गए हैं।
इस शहर में ऐसा पहली बार हुआ है, जो भाजपा शासित एमसीडी ने किया है कि दिल्ली के मंदिरों पर हाउस टैक्स लगाया जा रहा है। ईस्ट एमसीडी ने कई मंदिरों को नोटिस दिया है कि आप हाउस टैक्स भरो वर्ना आपका मंदिर सील कर दिया जाएगा। मुझे लगता है कि भारत के इतिहास में, औरंगज़ेब के बाद यह पहली बार ऐसा फरमान किसी सरकार ने जारी किया होगा। 1679 में औरंगज़ेब ने मंदिरों पर जज़िया लगाया था और आज 2021 में भाजपा शासित ईस्ट एमसीडी ने दिल्ली के मंदिरों पर प्रॉपर्टी टैक्स लगाया है। पूरी दिल्ली में पहले ही भाजपा के नेता उगाही कर रहे थे। लेकिन इनकी पैसों की ऐसी हवस है कि इन्होंने सोचा कि पंडित जी की दक्षिणा पर भी हाथ मार लिया जाए। मंदिर के दान पात्र पर भी हाथ मार लिया जाए। वर्ना कौन सी ऐसी सरकार है देश में जो किसी धार्मिक स्थान से, किसी मंदिर से प्रॉपर्टी टैक्स की मांग करती है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में आपको दो तरह की सरकारें मिलेंगी। एक अरविंद केजरीवाल की सरकार है, जो ईमानदारी से चलने वाली सरकार है। जो ईमानदारी से टैक्स वसूलती है और फिर जनता पर खर्च करती है। वह अरविंद केजरीवाल जी की सरकार है, जिसने अपने पांच साल के कार्यकाल में दिल्ली के बजट को दुगना कर दिया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं दिल्ली के बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा पर भेजूंगा। मैं दिल्ली के बुजुर्गों को रामलला के दर्शन करने के लिए अयोध्या भेजूगा। एक बेटे की तरह जो अपने मां और पिता जी को तीर्थ यात्रा करवाता है, वह पूरी दिल्ली के बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा करवा रहे हैं।
दूसरी तरफ भाजपा शासित एमसीडी है। जो राम के नाम पर वोट मांगती है लेकिन अपनी जेब भरने के लिए आज मंदिरों को धमका रही है कि अगर आपने प्रॉपर्टी टैक्स नहीं भरा तो हम आपके मंदिर को सील कर देंगे। यह है भाजपा की असलियत जो दिल्ली की जनता के सामने आज निकलकर आ रही है। आज मैं भाजपा के नेताओं से पूछना चाहती हूं कि आप जो राम के नाम पर वोट मांगते हैं, क्या वह ढ़ोंग है। क्या यह है आपकी असलियत, कि आप मंदिरों को धमका रहे हैं, कि आप मंदिरों से उगाही करने की कोशिश कर रहे हैं। जहां पर लाखों लोगों की श्रृद्धा जुड़ी हुई है, जहां पर इंसान अपनी आस्था से जाता है, जब भागवान के सामने हाथ जोड़ता है तो गरीब से गरीब व्यक्ति भी अपनी जेब से कुछ पैसे देकर आता है। जिसके पास बहुत ही कम पैसे हैं वह भी सोचता है कि मैं 10 रुपए तो दानपात्र में डाल ही आऊं क्योंकि आज मैं भगवान के घर आया हूं। हम पंडित जी की थाली में पंडित जी के लिए दक्षिणा छोड़ कर आते हैं। गरीब से गरीब व्यक्ति भी दक्षिणा देकर आता है कि पंडित जी भगवान की सेवा कर रहे हैं, जनता की सेवा कर रहे हैं, कुछ दान हम देकर आएं।
यह भाजपा की श्रृद्धा है कि मंदिरों में दान करने की बजाय, लोगों के हित में नीतियां बनाने की बजाय, आज आप मंदिरों को धमका रहे हैं। भाजपा के नेताओं को शर्म आनी चाहिए। आम आदमी पार्टी यह मांग करती है कि जो प्रॉपर्टी टैक्स मंदिरों पर लगाया जा रहा है, उसको तुरंत हटाया जाए और इस नोटिस को वापस लिया जाए।
ईस्ट एमसीडी के नेता प्रतिपक्ष मनोज त्यागी ने कहा कि यह बहुत ही दुख का विषय है कि अब भाजपा हमारी धार्मिक भावनाओं को भी ठेस पहुंचाने का काम कर रही है। यह किसी एक मंदिर को नोटिस नहीं दिया गया है। पूरी ईस्ट दिल्ली नगर निगम के अंदर चाहे वह गीता कॉलोनी हो, शाहदरा हो, यमुना नगर हो, यमुना विहार हो, खजूरी खास हो या दिलशाद गार्डन हो, ईस्ट दिल्ली के सभी क्षेत्रों के तमाम मंदिरों, गुरुद्वारों और मस्जिदों को नोटिस दिया गया है। यह निंदनीय है।
मंदिरों में लोग दान करते हैं और सोचते हैं कि इसी बहाने गरीबों और ज़रूरतमंदों की मदद कर सकेंगे। किसी आश्रित को जरूरत हो तो उनके लिए सबसे पहला शेल्टर मंदिर होता है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी इन शेल्टरों को भी बंद करने पर तुल गई है। इनको सील करने का नोटिस दे दिया। आम आदमी पार्टी इसका खुलकर विरोध करती है। अगर भाजपा की निगम ने मंदिर की तरफ आँख उठाकर भी देखा, तो हमें जिस भी हद तक जाना पड़े, हम जाएंगे और इसका कड़ा विरोध करेंगे।