24 अक्टूबर को दुबई में खेले गए टी-20 विश्वकप मैच में पाकिस्तान ने भारत को 10 विकेट से हरा दी। इस मुकाबले में जहां भारतीय क्रिकेट टीम ने बल्लेबाजी में बेहद लचर प्रदर्शन किया तो वहीं टीम के गेंदबाज भी कोई कमाल नहीं दिखा पाए। इस हार के साथ ही पाकिस्तान के खिलाफ भारत का पिछले 29 साल से चला आ रहा विश्वकप में विजय अभियान भी थम गया।
वहीं भारत की हार के बाद के भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने बीसीसीआई की नीतियों पर सवाल खड़े करते हुए उसे बुद्धू की उपाधि देने की बात कही। उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच मैच खेलने को लेकर अपने ट्वीट में लिखा, “मुझे लगता है कि बीसीसीआई को ऐसे फैसलों के लिए साल 2021 के लिए बुद्धू की उपाधि दी जानी चाहिए।”
दरअसल कश्मीर में बढ़ रही आतंकी घटनाओं को देखते हुए स्वामी ने बीसीसीआई को भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच रद्द करने का सुझाव दिया था। राज्यसभा सांसद ने 18 अक्टूबर को एक ट्वीट में कहा था, आतंकवादी सेल्समैन पाकिस्तान के साथ भारत को मैच खेलने की क्या जरूरत है?
उन्होंने लिखा था कि क्या बीसीसीआई के जय शाह को जानकारी है कि उनके पिता गृह मंत्री इसपर क्या कहते है? क्या सट्टे से पैसा कमाने वाले दुबई डॉन्स के लिए क्रिकेट मैच खेलना जरूरी है। इस मैच को रद्द करें और देश का सम्मान बचाएं।
हालांकि मैच को लेकर बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा था कि “आईसीसी की इंटरनेशनल कमिटमेंट के तहत इस हाई-वोल्टेज मैच को कैंसिल नहीं किया जा सकता है। आपको आईसीसी टूर्नामेंट्स में टीमों के खिलाफ खेलना ही होगा।”
वहीं पाकिस्तान की जीत पर प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को टीम को बधाई देते हुए ट्वीट में कहा, ‘पाकिस्तानी टीम और खास तौर पर बाबर आजम, जिन्होंने टीम की अगुआई की, सभी को बधाई। इसके साथ ही रिजवान और शाहीन अफरीदी को भी उनके शानदार प्रदर्शन के लिए बधाई। देश को आप पर गर्व है।’
बता दें कि टी-20 विश्वकप में सुपर 12 के अपने पहले मैच में भारत ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए सात विकेट पर 151 रन बनाए थे। इसके जवाब में पाकिस्तान ने 17.5 ओवर में ही बिना कोई विकेट खोए 152 रन बनाकर एकतरफा जीत हासिल कर ली।