यूपी में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है। उत्तर प्रदेश में सात चरणों में चुनाव होंगे। इसके साथ ही बनते-बिगड़ते समीकरणों को लेकर अनुमानों के गुणा-गणित का सिलसिला तेज हो चला है। यूपी में बीजेपी, सपा, कांग्रेस और बसपा अपनी तैयारियों में लगी हुई हैं। बीजेपी और सपा के साथ-साथ बहुजन समाज पार्टी भी पूरे दमखम के साथ चुनाव में लगी है। बसपा के वरिष्ठ नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि बसपा जमीन पर रहकर काम कर रही है। हम चुनाव को लेकर तैयारियों में लगे हुए हैं। साथ ही मायावती लगातार सक्रिय हैं। वह हर गतिविधि पर बारीकी से नजर रख रही हैं। लेकिन वह चुनावी समर में नहीं उतरेंगी। सतीश चंद्र मिश्रा ने सोशल मीडिया एप कू पर एक वीडियो के साथ पोस्ट किया है कि बीएसपी का बूथ, सबसे मजबूत।
भाजपा अपनी रैलियों में सरकारी कर्मचारियों की भीड़ जुटाती है, व सरकारी संस्थानों का गलत दुरुपयोग करती है।
वीडियो में बीएसपी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा यह कहते हुए सुनाई दे रहे है कि हमारी पार्टी की एक नीति है रणनीति है जिसके तहत चुनाव की घोषणा के बाद मायावती की रैली होती है। आज भी 110 बूथ लेवल पर बैठक हो रही है। हम लोग उस तरह से प्रोपोगेंडा नहीं करते है, सरकारी पैसा से काम नहीं करते है। हमारे यहां बहन मायावती तो सुनने लोग अपना पैसा लगाकर आते है। सरकारी खजाने के पैसे लोग नहीं आते।
बता दे कि कुछ दिन पहले बीएसपी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा था कि यूपी विधानसभा चुनावों के लिए बीएसपी की तरफ से अब तक 300 नामों को अंतिम रूप दिया गया है। इसमें से 90 नाम दलित समुदाय से आते हैं। बाकी सीटों के लिए उम्मीदवारों के तय होने के बाद इनकी संख्या और बढ़ेगी।
गौरतलब है कि यूपी के सभी राजनीतिक दल अपने उम्मीदवारों के नाम फाइनल करने में जुटे हुए हैं। ऐसे में बीएसपी की तरफ से ये अहम जानकारी दी गई है। दलित समुदाय बीएसपी को वोट देता आ रहा है, ऐसे में पार्टी की ये कोशिश रहेगी कि इस समुदाय से ज्यादा से ज्यादा उम्मीदवार मैदान में उतारे जाएं।