हिन्दू हो या मुस्लिम सभी समाज के लोंगों में एक नीम का पेड़ कौतूहल का विषय बना गया है। इसे आस्था कहे या अंधविश्वास…गोण्डा के एक प्रथामिक विद्यालय के परिसर के नीम के पेड़ से सफेद रंग का तरल पदार्थ पिछले दो दिनों से निकल रहा है..जो यहां के लोंगों ने आस्था से जुड़ गया है…सफेद तरल पदार्थ को लोग दैवीय चमत्कार मान रहे है…शीतला माता का आशीर्वाद मान रहे है। यहां ढोल-मजीरे के साथ पूजा-पाठ शुरू हो गया है…लोग भजन कीर्तन करने लगे है। बाकायदा यहाँ लोग पैसों का चढ़वा चढ़ाने लगे है। लोगों का जमावड़ा लगने लगा है..हिन्दू और मुस्लिम दोनों समाज के लोग है।
भजन कीर्तन कर रहे हैं इन लोगों के आस्था पर अंधविश्वास हावी है… नीम के पेड़ से निकल रहा दूध जैसा सफेद रंग का तरल पदार्थ दैवीय चमत्कार हो गया है। यह लोग नीम के पेड़ से निकल रहे तरल पदार्थ को देवी माता का आशीर्वाद मान रहे। दो दिन पहले किसी ने इस पेड़ से सफेद रंग का तरल पदार्थ निकलते देखा। यह बात आसपास के इलाकों में आग की तरह फैल गई… लोग दूर दूर से इसे देखने के लिए उमड़ने लगे। देखते-देखते यहां पुजारी भी आ गए…पेड़ को चुनरी भी बांध दी गई… आरती भी होने लगी…भजन कीर्तिंन भी होने लगा और चढ़वा भी चढ़ने लगा। लोग इसे शीतला माता का चमत्कार मानने लगे। इस नजारे को देखने के लिए मुस्लिम समाज के लोग भी यहां आने लगे और हो रहे भजन कीर्तन में शिरकत करने लगे। लोगों का कहना है कि नवरात्रि के दिन यहां पर माता का जागरण हुआ था जिससे माताजी प्रसन्न होकर यहां निवास करने लगी और लोगों को दर्शन दिए है।