अमेरिकी मेडिकल टीम ने अस्थायी रूप से एक इंसान की किडनी को सुअर की किडनी से रेप्लस करने में सफल रहा है। समाचार एजेंसी एएफपी ने बताया कि इस सफल ट्रांसप्लांट सर्जरी को मेडिकल साइंस में चमत्कार माना जा रहा है। बीते सितम्बर महीने की 25 तारीख़ को इस सफल सर्जरी को अमेरिका के एक अस्पताल में किया गया था। एएफपी ने बताया कि सर्जरी में किडनी डोनर एक जानवर और वेंटिलेटर पर एक ब्रेन डेड मरीज शामिल था। जिसके परिवार ने विज्ञान को आगे बढ़ाने के लिए दो दिवसीय प्रयोग की अनुमति दी थी।
सर्जरी के बाद यह पाया गया कि सुअर की किडनी के इंसान के अंदर पूरी तरह से काम करने में सक्षम हैं। और यह भविष्य के लिए और किडनी के स्वास्थ्य का एक प्रमुख संकेत है। न्यू यॉर्क यूनिवर्सिटी (एनवाईयू) में ट्रांसप्लांट इंस्टीट्यूट के निदेशक रॉबर्ट मोंटगोमरी ने एक साक्षात्कार में एएफपी को बताया, इसने वही किया जो इसे करना चाहिए था, जो हमारे पेट से वेस्ट मैटेरियल्स को हटा देता है और मूत्र बनाता है। यह ऑपरेशन करीब दो घंटे तक चला। डॉक्टरों की टीम ने मरीज के एक पैर के शीर्ष पर किडनी को रक्त वाहिकाओं से जोड़ा, ताकि वे इसका निरीक्षण कर सकें और बायोप्सी के नमूने ले सकें।
मोंटगोमरी ने एएफपी को बताया कि इससे पहले मरीज इंसान अंग दाता बनना चाहता था लेकिन उनके अंग उपयुक्त नहीं थे। हालांकि परिवार ने राहत कीसांस तब ली जब उन्हें पता चला की उनके पास एक और मौका हैं अंग दान करने का। सर्जरी के बाद मरीज को वेंटिलेटर से हटा दिया गया और 54 घंटे के परीक्षण के बाद उसकी मौत हो गई। पहले के शोध के अनुसार, सूअरों की किडनी अमानवीय प्राइमेट में एक वर्ष तक व्यवहार्य रहते हैं। हालांकि, यह पहली बार था जब किसी मानव रोगी के साथ ऐसा करने का प्रयास किया गया था। किडनी डोनर सुअर एक झुंड से संबंधित था, जो एक विशेष चीनी पैदा करने वाले जीन को बाहर निकालने के लिए एक ख़ास प्रक्रिया से गुजरा था।
मोंटगोमरी ने कहा, यह अभी भी एक सवाल है कि अब से तीन सप्ताह, तीन महीने, तीन साल में क्या होगा। हम वास्तव में इसका उत्तर देने में सक्षम होने जा रहे हैं कि इसे एक जीवित मानव में ट्रांसप्लांट करना है। लेकिन मुझे लगता है कि यह वास्तव में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो हमें बताता है कि कम से कम शुरुआत में, चीजें शायद बेहतर होने जा रही हैं। रॉबर्ट मोंटगोमरी अगले महीने एक वैज्ञानिक पत्रिका को निष्कर्ष प्रस्तुत करने की योजना बना रहे है। और लगभग एक या दो साल में परीक्षण की उम्मीद कर रहे है। बाहरी विशेषज्ञों ने इस खबर का स्वागत किया हैं। लेकिन कहा कि वे ठोस निष्कर्ष निकालने से पहले सहकर्मी द्वारा समीक्षा किए गए डेटा को देखना चाहेंगे।
इस बीच यह खबर आयी हैं कि ट्रांसप्लांट ऑर्गन्स की भारी कमी हो रही हैं। आधिकारिक अमेरिकी आंकड़ों के अनुसार लगभग 1,07,000 अमेरिकी एक अंग की प्रतीक्षा कर रहे हैं। जिनमें से 90,000 को किडनी की आवश्यकता है। एक अंग की प्रतीक्षा में हर दिन क़रीब 17 अमेरिकी लोग मर जाते हैं।