महाराष्ट्र में कोरोना वायरस एक बार फिर से अपना रौद्र रूप दिखा रहा है। इस बाबत केंद्र ने राज्य की उद्धव सरकार के नाम एक पत्र लिखा है। जिसमें कहा गया है कि राज्य में दूसरी लहर की शुरुआत हो चुकी है। खास बात है कि कुछ समय पहले केंद्र की एक टीम राज्य में स्थिति का आकलन करने पहुंची, जिसके बाद राज्य सरकार को यह पत्र लिखा गया है। विशेषज्ञों ने राज्य में सावधानियों की कमी को बड़ा कारण बताया है।
सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण की तरफ से लिखे गए पत्र में कहा गया है ‘महाराष्ट्र कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के शुरुआत दौर में है। यहां ट्रैक, टेस्ट, आइसोलेट केस और संपर्कों को क्वारंटाइन करने के बहुत ही सीमित प्रयास किए जा रहे हैं।’ साथ ही पत्र में सचिव ने राज्य में कोविड नियमों के उल्लंघन की भी बात कही है। उन्होंने लिखा, ‘यहां शहरी और ग्रामीण इलाके के लोगों के बीच कोविड रोकथाम को लेकर सावधानियां नहीं हैं।’
उन्होंने लिखा कि केंद्र की टीम ने पाया है कि कोविड प्रसार को काबू करने के लिए बीते साल अगस्त और सितंबर के स्तर की व्यवस्था को फिर से लागू करना होगा। साथ ही पत्र में अस्पतालों में भर्ती मरीजों के बीच बढ़ी मृत्यु दर की भी बात कही गई है। उन्होंने पत्र में औरंगाबाद के शासकीय मेडिकल कॉलेज और नाशिक के वसंत राव पवार मेडिकल कॉलेज का जिक्र किया है।