निकिता सिंह: उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले 2022 विधानसभा चुनाव को जीतने के लिए लगातार हर पार्टी जोर लगा रही है. इसके लिए सियासी पार्टियों की एक दूसरे से जुबानी जंग जारी है. यूपी में पहले ही अब्बा जान को लेकर सियासत गरम थी और अब चाचा जान की एंट्री ने आग लगा दी है. किसान नेता राकेश टिकैत के चाचा जान वाले बयान पर अब उत्तर प्रदेश में सियासत तेज़ हो गई है.
उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी को बीजेपी का चाचा जान बताया था किसान नेता के बयान पर योगी सरकार के मंत्री मोहसिन रजा ने पलटवार करते हुए कहा की जिनके पास कोई काम नहीं होता है वही लैला मजनू करते रहते हैं. एक सभा को संबोधित करने के दौरान राकेश टिकैत ने बीजेपी पर निशाना साधा और कहा की बीजेपी के चचा जान ओवैसी अब उत्तर प्रदेश में आ गए हैं. साथ ही उन्होंने कहा की अगर ओवैसी बीजेपी को गली भी देंगे तभी उनके खिलाफ कोई केस नहीं दर्ज़ होगा, क्योंकि बीजेपी और ओवैसी एक ही टीम हैं. इसी का पलटवार करते मोहसिन रजा ने कहा योगी आदित्यनाथ की सरकार उत्तर प्रदेश में कई बड़े काम हुए हैं. इसलिए विपक्ष के लोग बेचैन हैं.
कुछ लोग हैं जो अपने आदत से बाज नहीं आते हैं वो अब्बा जान,अम्मा जान, भाईजान, चचाजान इसी पर सियासत केंद्रित करना चाहते हैं. उत्तर प्रदेश में अपनी राजनीतिक जमीन तलाश रही आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया ने भी योगी आदित्यनाथ के अब्बाजान वाले बयान पर कहा है की इनकी राजनीती ऐसे ही चीज़ों पर टिकी हुई है उन्होंने कहा की चुनाव में सबको अब्बाजान और अम्मीजान भी याद आएंगे.