दिवाकर श्रीवास्तव रशिया से मलेशिया जाते समय मर्चेंट नेवी जहाज में सवार चीफ कुक अचानक लापता हो गया. उसके परिजनों को जब इसकी जानकारी मिली तो सभी सख्ते में आ गए. किसी अनहोनी की आशंका को देखते हुए उसके परिजनों ने गृह मंत्रालय,रक्षा मंत्रालय व भारत सरकार से पत्राचार करके उनको सकुशल वापस लाने की गुहार लगाई है.
कानपुर के ग्वालटोली थाना क्षेत्र के रहने वाले मनीष पॉल मर्चेट नेवी में चीफ कुक के पद पर कार्यरत है. रशिया देश से मलेशिया जाते समय मर्चेंट नेवी जहाज में सवार थे. 29 जनवरी को मनीष के परिजनों को जानकारी मिली कि वो चलते जहाज सर लापता हो गए है. मनीष के लापता होने की खबर मिलते ही उनके परिजनों में कोहराम मच गया. मनीष की माँ सुमन पाल अपने बेटे के लापता होने से बदहवास हालत में हो गई है. उनके मुँह से केवल इतना ही निकल रहा है कि भारत सरकार उनके लापता हुए बेटे को ढूंढ कर लाए.
मनीष पॉल ने 11 साल पहले मर्चेंट नेवी में चीफ कुक के तौर पर नौकरी ज्वाइन की थी. लेकिन इधर कुछ दिनों से बाकी क्रू मेंबर उनसे साथ अच्छा बर्ताव नही कर रहे थे. मनीष के मामा सुनील पाल ने बताया कि जब मनीष के लापता होने की जानकारी मिली तो कानपुर जिलाधिकारी और डीआईजी से संपर्क किया लेकिन जब कोई मदद नही मिली तो उन्होंने ग्रह मंत्रालय,रक्षा मंत्रालय से लेकर भारत सरकार तक से गुहार लगाई है कि मनीष को सकुशल लाया जाए. उनका कहना है कि मनीष ने फोन के जरिये बताया था कि इस बार के क्रू मेंबर सही नही है इसलिए अब नौकरी छोड़ देंगे लेकिन इससे पहले ही मनीष लापता हो गया.
हालांकि जिस तरह से मनीष के परिजन आशंका व्यक्त कर रहे है. वो किसी अनहोनी की तरफ इशारा कर रहा लेकिन फिर भी मनीष के परिजनों को यह उम्मीद है कि भारत सरकार उसको सकुशल वापस ला सकती है.