मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा भ्रष्टाचार पर लगातार प्रहार करते हुए मंगलवार को खनन विभाग के आरोपियों के खिलाफ जांच का आदेश दिया गया। ये जांच आदेश शामली और कौशांबी में पदस्थ रहे दो सहायक भूवैज्ञानिक, हमीरपुर में पदस्थ रहे एक भूवैज्ञानिक तथा देवरिया में तैनात रहे खान निरीक्षक व सहायक भूवैज्ञानिक के खिलाफ दिए गये। इसकी जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से ट्वीट के माध्यम से दी गई है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक शासकीय नियमों और शुचिता को ताक पर रख कर अवैध खनन कराने, निजी लोगों को लाभ पहुंचाने, राजकोष को नुकसान पहुंचाने, पट्टा नवीनीकरण कराने के मामले की जांच भूतत्त्व एवं खनिकर्म निदेशालय के वरिष्ठ वेधन अभियंता सुधीर दुबे को सौंपी गई है। डॉ एदल प्रसाद-सहायक भूवैज्ञानिक शामली, सम्प्रति मुजफ्फरनगर, अरविंद कुमार, सहायक भूवैज्ञानिक, कौशाम्बी, सम्प्रति चंदौली, मुईनुद्दीन, भूवैज्ञानिक/खान अधिकारी हमीरपुर, सम्प्रति मुख्यालय लखनऊ, पंकज सिंह, खान निरीक्षक देवरिया, संप्रति मिर्ज़ापुर खान अधिकारी, विजय कुमार मौर्य, सहायक भूवैज्ञानिक/खान अधिकारी देवरिया, सम्प्रति भूवैज्ञानिक, प्रभारी, सोनभद्र के खिलाफ जांच के आदेश दिए है। इनके खिलाफ सीबीआई ने भी मुकदमा दर्ज किया है।