कोयले की कमी की वजह से देशभर में बिजली आपूर्ति संकट गहराने की आशंका के बीच राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा है कि इस मुसीबत से उनका राज्य भी जूझ रहा। उन्होंने इसके लिए बदलते मौसम तंत्र को जिम्मेदार बताया।उन्होंने कहा कि प्रदेश ही नहीं, पूरा देश इस समय भयंकर बिजली संकट से जूझ रहा है। राजस्थान भी इससे अछूता नहीं है। मौसम तंत्र के परिवर्तन से बिजली की मांग अधिक हो गई है। मांग और आपूर्ति में अंतर बढ़ा है।
बता दें सीएम ने कहा कि राज्य सरकार कोयले की आपूर्ति बढ़ाने हेतु निरंतर केंद्र सरकार के संपर्क में है ताकि बिजली उत्पादन सुचारू रूप से चल सके तथा लोगों को निर्बाध बिजली सप्लाई मिल सके। उन्होंने लोगों से अपील की कि बिजली का सीमित और विवेकपूर्ण इस्तेमाल करें। जो बिजली उपकरण काम नहीं आ रहे हैं, उन्हें बंद रखें बिजली बचाएं।
वहीं इस बीच राजस्थान सरकार के आला अधिकारियों की दिल्ली में उच्च अधिकारियों के साथ हुई बैठकों के बाद राज्य को बुधवार को कोयले की 20 रैक मिल गई। एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि राजस्थान को देर रात तक कोयले की कुल मिलाकर 20 रैक भेज दी जाएगी। अतिरिक्त मुख्य सचिव (ऊर्जा) डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बुधवार को दिल्ली में केन्द्रीय कोयला सचिव अनिल कुमार जैन और केन्द्रीय पर्यावरण सचिव आरपी गुप्ता से अलग अलग मुलाकात कर कोयले की आपूर्ति बढ़वाने व संयुक्त उपक्रम में फेज दो की पर्यावरण स्वीकृति जारी कराने के लिए चर्चा की।
डॉ.अग्रवाल ने बताया केन्द्र सरकार के दोनों ही सचिवों से वार्ता उत्साहजनक रही और दोनों ही सचिवों ने सहयोग का विश्वास दिलाया। डॉ. अग्रवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देशों का परिणाम रहा है कि राज्य में कोयले की रैक डिस्पैच में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। जहां पहले 10-11 तक रैक डिस्पैच (रवानगी) की स्थिति आ गई थी, उसमें सुधार होते हुए देर रात तक 20 रैक डिस्पैच होगी। उन्होंने बताया कि कोल इंडिया की अनुषंगी इकाई एनसीएल से चार रैक डिस्पेच हुई है।
वहीं, एसईसीएल से जहां मुश्किल से एक रैक डिस्पैच हो रही थी, वह बढ़कर रेल व सड़क मार्ग से तीन अतिरिक्त रैक सहित चार रैक डिस्पैच हुई है। उन्होंने कहा कि इसी तरह से विद्युत उत्पादन निगम और अडानी के संयुक्त उपक्रम से कोयले की 12 रैक डिस्पैच करवाई गई है। इस तरह से राज्य के लिए 20 रैक डिस्पैच हुई है, जबकि इससे पहले वाले दिन में 16 और उससे पहले 10 से 11 व इससे कम रैक डिस्पैच की स्थिति आ गई थी।