लखनऊ, 3 सितम्बर। शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में सी.एम.एस. द्वारा ‘शिक्षक सम्मान समारोह’का शानदार आयोजन सी.एम.एस. गोमती नगर ऑडिटोरियम में सम्पन्न हुआ। समारोह का शुभारम्भ मुख्य अतिथि श्री ब्रजेश पाठक, उप-मुख्यमंत्री, उ.प्र., द्वारा दीप प्रज्वलन एवं पूर्व राष्ट्रपति डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर मार्ल्यापण से हुआ। इस अवसर पर उप-मुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक ने सी.एम.एस. शिक्षकों को उनकी अतुलनीय सेवाओं के लिए नगद पुरस्कारों व उपहारों से सम्मानित किया। शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि श्री ब्रजेश पाठक, ने कहा कि पूरे देश में सी.एम.एस. अत्यन्त उच्चकोटि की शिक्षा के लिए विख्यात है। अभिभावक जानते हैं कि बच्चा यदि सी.एम.एस. पहुंच जाता है तो वह अवश्य ही अपना लक्ष्य हासिल कर लेगा। श्री पाठक ने कहा कि यह उपलब्धि सी.एम.एस. के विद्वान शिक्षकों की बदौलत संभव हो पायी है। यहाँ के टीचर्स मिशन मोड पर काम करते हैं और सी.एम.एस. में सभी कार्यकर्ताओं के लिए शिक्षा एक मिशन है। सी.एम.एस. शिक्षक वास्तव में बधाई के पात्र हैं।
इस अवसर कुल मिलाकर, सी.एम.एस. के लगभग 3000 शिक्षकों व कार्यकर्ताओं को डेढ़ करोड़ रूपये के नगद पुरस्कारों व उपहारों से पुरष्कृत कर सम्मानित किया गया। विद्यालय के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों के माता-पिता का सम्मान भी सम्मान किया गया। सी.एम.एस. गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) की शिक्षिका सुश्री पूनम सभरवाल एवं महानगर कैम्पस की शिक्षिका सुश्री बरखा सिन्हा को वर्ष 2021-22 की सर्वश्रेष्ठ शिक्षका घोषित किया गया तथापि दोनों शिक्षिकाओं के माता-पिता को फलों-फूलों से तौलकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सी.एम.एस. शिक्षकों द्वारा प्रस्तुत रंगारंग शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों ने समारोह में चार-चाँद लगा दिये। इस अवसर पर सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी व डा. भारती गाँधी, सी.एम.एस. प्रेसीडेन्ट एवं एम.डी., प्रो. गीता गाँधी किंगडन ने विद्यालय के विद्वान एवं कर्तव्यनिष्ठ शिक्षकों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर अपने उद्बोधन में सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी ने सी.एम.एस. शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज सी.एम.एस. जिस मुकाम पर खड़ा है, निःसंदेह उसका श्रेय आप सभी शिक्षकों व प्रधानाचार्याओं को जाता है। इससे पहले शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में सी.एम.एस. शिक्षकों व कार्यकर्ताओं ने विशाल ‘चरित्र निर्माण मार्च’ निकालकर भावी पीढ़ी के चरित्र निर्माण का जोरदार संदेश दिया।