संसद के सेन्ट्रल हॉल में शुक्रवार को संविधान दिवस का कार्यक्रम मनाया गया। हालांकि कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने इस कार्यक्रम का बहिष्कार किया। संविधान दिवस के कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि लोकतंत्र के पारिवारिक पार्टियां ख़तरा हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने संविधान दिवस कार्यक्रम के दौरान कहा कि भारत एक ऐसे संकट की तरफ बढ़ रहा है, जो संविधान के प्रति समर्पित लोगों के लिए चिंता का विषय है, लोकतंत्र के प्रति आस्था रखने वालों के लिए चिंता का विषय है और वह है पारिवारिक पार्टियां। योग्यता के आधार पर एक परिवार से एक से अधिक लोग जाएं, इससे पार्टी परिवारवादी नहीं बन जाती है। लेकिन एक पार्टी की पीढ़ी दर पीढ़ी राजनीति में है।
बता दें इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राजनीतिक दल भी संविधान को जन जन तक पहुंचाने का महत्वपूर्ण अंग है। लेकिन संविधान की भावना को भी चोट पहुंची है, संविधान की एक-एक धारा को भी चोट पहुंची है, जब राजनीतिक दल अपने आप में अपना लोकतांत्रिक कैरेक्टर खो देते हैं। जो दल स्वयं लोकतांत्रिक कैरेक्टर खो चुके हों, वो लोकतंत्र की रक्षा कैसे कर सकते हैं।
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले में शहीद हुए जवानों को नमन किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज 26/11 हमारे लिए एक ऐसा दुखद दिवस है, जब देश के दुश्मनों ने देश के भीतर आकर मुंबई में आतंकवादी घटना को अंजाम दिया। देश के वीर जवानों ने आतंकवादियों से लोहा लेते हुए अपना जीवन बलिदान कर दिया। आज उन बलिदानियों को भी नमन करता हूं।
संसद भवन में मनाए गए संविधान दिवस कार्यक्रम का कांग्रेस समेत कई विरोधी दलों ने बहिष्कार किया। कांग्रेस ने कहा कि भाजपा संविधान का पालन नहीं कर रही है। इसलिए उन्होंने इस कार्यक्रम से दूर रहने का फैसला किया है। संविधान दिवस कार्यक्रम का बहिष्कार किए जाने को लेकर केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने कांग्रेस पर तंज कसा। केंद्रीय मंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी ने 50 साल से ज्यादा शासन किया और वो संविधान दिवस का बहिष्कार कर रही है। कांग्रेस के द्वारा इस कार्यक्रम का बहिष्कार करना सिद्ध करता है कि वह केवल नेहरू परिवार से जुड़े लोगों का ही सम्मान और जयंती मनाएगी। यह राजनीति से उठकर सोचने का दिवस है।