देश में कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीन लगाने का काम बड़े स्तर पर लगातार जारी है. देश के दूरदराज इलाकों में भी अभियान के तहत वैक्सीन पहुंचाई जा रही है. देश के कई ऐसे इलाके भी हैं, जहां ड्रोन के जरिये वैक्सीन को गांवों तक पहुंचाया जा रहा है. इस बीच महाराष्ट्र के पालघर जिले के जाट गांव में भी राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से ड्रोन के जरिये वैक्सीन पहुंचाई गई है. इस अभियान की शुरुआत एडिशनल चीफ सेक्रेटरी डॉ. प्रदीप व्यास की ओर से की गई. आमतौर पर जाट गांव पहुंचने में घंटे भर का समय लगता था, लेकिन ड्रोन के जरिये महज 9.5 मिनट में इसे पहुंचा दिया गया.
राज्य स्वास्थ्य विभाग की डिप्टी डायेक्टर डॉ. गौरी राठौड़ की ओर से कहा गया है, ‘पालघर की भौगोलिक स्थिति या सड़कें वैक्सीन पहुंचाने के लिए काफी कठिन हैं. ड्रोन की मदद से इन्हें 10 मिनट के अंदर पहुंचा दिया गया है. पहले इन्हें पहुंचाने में घंटा भर लगता था.’ वहीं डॉ. प्रदीप व्यास ने बताया, ‘मौजूदा समय में इस प्रोजेक्ट को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लिया गया है. हम अभी इसकी लागत पर गौर कर रहे हैं ताकि यह जांच सकें कि आगे किन इलाकों में इन्हें बढ़ाया जा सकता है. ये ड्रोन 15 से 20 किमी तक जा सकते हैं और इनके जरिये 5 किलो या उससे अधिक वजन का सामान भेजा जा सकता है.’
इस ड्रोन को मुंबई के रहने वाले युवक धवल घेलाशा उड़ाते हैं. उनका कहना है, ‘हमारा बेस स्टेशन जवाहर में है. इस प्रोजेक्ट की पायलट फ्लाइट जाट गांव तक थी. आमतौर पर इसमें 1 घंटा लगता था. लेकिन ड्रोन के जरिये महज 9.5 मिनट में वैक्सीन की 300 डोज को जाट गांव पहुंचा दिया गया.यह कोई पहली बार नहीं है कि ड्रोन के जरिये कोरोना वैक्सीन की डिलीवरी की गई है. इससे पहले तेलंगाना और उत्तराखंड के गांवों में भी वैक्सीन पहुंचाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा चुका है. तेलंगाना में सितंबर में हैदराबाद से 75 किमी दूर विकराबाद में ड्रोन के जरिये दवाएं पहुंचाई गई थीं.