चीन में कोरोना वायरस के केसेस में बढ़ोतरी के कारण एक बार फिरसे लॉकडाउन लगाया हैं। मंगलवार को 1.8 लाख की आबादी वाले शहर को लॉकडाउन के तहत रखा हैं, जिसमें 35,700 निवासियों लोगो को घर से बाहर नहीं निकलने के लिए कहा गया हैं। 2019 के अंत में चीन में पहली बार वायरस का पता चलने के बाद बीजिंग ने सख्त सीमा नियंत्रण रूल लागू किया था, जिससे मामलों की संख्या धीमी हो गई और अर्थव्यवस्था में वापस उछाल देखा गया।
चीनी अधिकारियों ने देश में बढ़ते कोरोन वायरस संक्रमण के प्रकोप को रोकने के लिए उत्तरी चीन के मंगोलिया क्षेत्र में तालाबंदी लागू की है। अधिकारियों ने एक बयान में कहा कि लान्झू के निवासियों को घर पर रहना होगा। अधिकारियों ने कहा कि “निवासियों के प्रवेश और निकास” को कड़ाई से नियंत्रित किया जाएगा और आवश्यक चीज़ो या चिकित्सा उपचार तक आओ गमन को सीमित रखा जाएगा। चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप को डेल्टा वेरिएंट से जोड़ा गया है, जिसमें 17 अक्टूबर से 198 मामलों दर्ज किये गए हैं।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि और अधिक संक्रमण सामने आ सकते हैं। इसके लिए आने वाले दिनों में कोरोना वायरस के प्रकोप से लड़ने के लिए परीक्षण तेज कर दिया गया है। जिसे घरेलू पर्यटकों के एक समूह से जांच शुरू कर दिया गया है। उत्तरी चीन में दसियों हज़ार लोगों पर पहले से ही सख्त घर में रहने का आदेश दिया गया है। बीजिंग में – जिसने मंगलवार को तीन नए मामले दर्ज किए – पर्यटन स्थलों तक पहुंच सीमित कर दी गई है। और निवासियों को सलाह दी गई है कि जब तक आवश्यक न हो शहर से बाहर न निकलें।
राजधानी में कई आवास परिसरों को भी बंद कर दिया गया है, और आयोजकों ने रविवार को एक मैराथन को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया, जिसमें 30,000 धावकों को शामिल होने की उम्मीद थी।
जबकि दुनिया में कहीं और की तुलना में चीन के मामले की संख्या बेहद कम है। चीन ने महामारी के दौरान एक शून्य-केस रणनीति अपनाई थी। 11 प्रांतों में बड़े पैमाने पर परीक्षण चल रहा है, जहां अधिकारियों ने बीजिंग सहित पांच क्षेत्रों में अंतर-प्रांतीय दौरे समूहों को निलंबित कर दिया है। जहां मामलों का पता चला है। शहर के सार्वजनिक सुरक्षा ब्यूरो के उप निदेशक ने रविवार को कहा कि बीजिंग इस प्रकोप को कितनी गंभीरता से ले रहा है। इसके अंदाज़ा आप इसी बात से लगा सकते है कि, पूरे शहर की पुलिस ने कथित कोविड सुरक्षा उल्लंघनों की आपराधिक जांच शुरू कर दी है।
इससे पहले, लान्झू शहर और भीतरी मंगोलिया के कुछ हिस्सों ने पहले ही बस और टैक्सी सेवाओं को निलंबित कर दिया था।