दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस के एक नए वेरिएंट ओमीक्रॉन (B.1.1.529) का प्रकोप बढ़ रहा है. वैज्ञानिकों को संदेह है कि यह वेरिएंट कोविड महामारी को एक बार फिर से हवा दे सकता है. नए वेरिएंट सामने आने के बाद अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों ने दक्षिण अफ्रीका से आने वाले यात्रियों को लेकर सतर्क हो गए हैं.
साउथ अफ्रीकन मेडिकल एसोसिएशन की चीफ एंजेलिक कोएत्जी ने बताया कि बीते 10 दिन में उन्होंने कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमीक्रोन से संक्रमित 30 मरीजों को देखा है. ओमीक्रोन से संक्रमित मरीज को बहुत ज्यादा थकान, गले में खराश, मांसपेशियों में दर्द और सूखी खांसी जैसी समस्या होती है. शरीर का तापमान बढ़ जाता है. इसके लक्षण कोरोना के डेल्टा वैरिएंट से काफी अलग हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि ओमीक्रोन पहले के वेरिएंट से ज्यादा संक्रामक है या नहीं. यानी अभी स्पष्ट तौर पर यह नहीं कहा जा सकता है कि यह लोगों को तेजी से संक्रमित करेगा और इस बात को नकारा भी नहीं जा सकता. अच्छी बात यह है कि आरटीपीसीआरटेस्ट के जरिए इस स्ट्रेन की पहचान हो सकती है.
अभी तक यह भी स्पष्ट नहीं है कि ओमीक्रोन वेरिएंट से संक्रमित व्यक्ति की स्थिति कितनी गंभीर हो सकती है. अभी ऐसी कोई जानकारी नहीं है, जो यह स्पष्ट कर सके कि ओमीक्रोनके लक्षण कोरोना वायरस के अन्य वेरिएंट से अलग है या उससे मिलते-जुलते.