जितेन्द्र सोनी। जालौन के उरई जिले में कोरोनाकाल के दौरान पैरोल पर छोड़े गए कैदी जेल में वापस नहीं लौटे। आदेश के बावजूद पैरोल पर रिहा 15 सिद्धदोष कैदी वापस नहीं लौटे हैं। कोरोना संक्रमण के दौरान कुल 44 सिद्धदोष कैदियों को पैरोल पर रिहा किया गया था.. न्यायालय के आदेश पर जमानत के जरिए 44 विचाराधीन कैदी छोड़े गए थे.. मात्र 29 कैदी ने ही अब तक वापसी की है।
ऐसा इसलिए किया किया गया था ताकि जेल से भीड़ कम हो और कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने में मदत मिले। पुलिस के सामने अब समस्या यह खड़ी हो गयी है कि जिन कैदियों को रिहा किया गया था उनमें से कई कैदी फरार हो गए और इन्हे खोजना टेढ़ी खीर हो रहा है।
दरअसल कैदियों को कोर्ट के आदेश पर पैरोल मिला था। इन सभी को 8 हफ्ते के लिए पैरोल पर रिहा किया गया था। इसके बाद इस विशेष पैरोल को 8-8 सप्ताह के लिए तीन बार बढ़ाया भी गया। इन कैदियों को ताकीद दी गयी थी कि पैरोल की अवधि ख़त्म होने या सरकारी आदेश होने पर उन्हें जेल में वापस आना होगा।
प्रशासन के आदेश के बावजूद अब तक करीब 15 कैदी जेल में वापस नहीं लौटे हैं यानी इनके बारे में पुलिस को कोई सुराग नहीं लग रहा है ..यह सभी कैदी फरार हो गए हैं या अंडरग्राउंड हो गए इसके बारे में पुलिस को कोई पुख्ता जानकारी नहीं है। इन्हे तलाशने के लिए विभिन्न जिलों के पुलिस अधीक्षकों को जेल अधीक्षकों ने चिट्ठी लिखी है ताकि इन्हे जल्द से जल्द पकड़ा जा सके।