मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। पिछले 24 घण्टे में गोलियों की तड़तड़ाहट के साथ हुई एक के बाद एक हत्याओं से अपराधी यूपी पुलिस को ललकार रहे हैं। इन घटनाओं से दहशत बढ़ रहा है, तो पुलिस का दावा की अपराधियों पर शीघ्र कानून का शिकंजा कसेगा।
कानपुर में शनिवार दोपहर पूर्व बसपा नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। चकेरी क्षेत्र में हमलावरों ने पूर्व बसपा नेता पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं। जिससे इलाके में दहशत फैल गया। गंभीर हालत में पूर्व बसपा नेता पिंटू सेंगर को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बसपा नेता नरेंद्र सिंह उर्फ पिंटू सेंगर दोपहर को जाजमऊ स्थित केडीए आशियाना कॉलोनी के पास अपनी इनोवा कार से उतरे और फोन से बात करने लगे। तभी दो बाइक से चार युवक आये और उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। जिससे लहूलुहान होकर पिंटू सेंगर गिर पड़े। इलाका सुनसान होने की वजह से हत्यारे मौके का फायदा उठाकर भाग निकले। पुलिस ने मौके से नाइन एमएम पिस्टल के 11 खोखे बरामद किए हैं। एक कारतूस भी मिला है। पुलिस घटना की जांच में जुट गई है। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों में हत्यारों को खंगाला जा रहा है। इसके पहले कल शुक्रवार को उन्नाव जिले के कानपुर से सटे गंगाघाट थाना क्षेत्र में बेशकीमती सरकारी जमीन लूट मामले की शिकायत करने पर पत्रकार की उन्नाव-शुक्लागंज रोड पर दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। हमलावरों ने साथी संग बाइक से उन्नाव से शुक्लागंज जाते समय पत्रकार पर छह गोलियां दागीं। दो गोलियां सिर में लगने से मौके पर ही उसकी मौत हो गई। बाइक चला रहे साथी ने भागकर जान बचाई। पुलिस को मौके से छह कारतूस व कई खोखे भी मिले हैं।
देर शाम आइजी ने भी घटनास्थल की जांच की। गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला पोनी रोड झंडा चौराहा निवासी 28 वर्षीय शुभममणि त्रिपाठी कानपुर से प्रकाशित एक दैनिक के प्रतिनिधि थे। बीते करीब दो माह से कटरी पीपरखेड़ा क्षेत्र में सरकारी जमीनों पर हो रहे कब्जों व अवैध निर्माणों की शिकायत अधिकारियों से कर रहे थे। बताते हैं कि इसे लेकर उनकी जिले की सूचीबद्ध भू-माफिया और विश्व हिंदू परिषद नेता से रंजिश बढ़ गई थी। शुक्रवार दोपहर बाद वह अपने साथी मुख्तार अहमद के साथ बाइक से उन्नाव से शुक्लागंज लौट रहे थे। उन्नाव-शुक्लागंज मार्ग स्थित सहजनी के पास उन्हें ताबड़तोड़ कई गोलियां मारी गईं, जिससे उनकी मौत हो गई। साथी मुख्तार ने पुलिस को बताया कि विहिप नेता की गाड़ी पहले बगल से निकली। उसके बाद पीछे बाइक से आए दो युवकों ने शुभम पर गोलियां चलाईं जबकि एक बाइक पर सवार दो अन्य वहीं मौजूद रहे। उसने भागकर जान बचाई। एडीजी जोन एसएन साबत के संज्ञान लेने के बाद देर शाम आइजी लक्ष्मी सिंह ने भी घटनास्थल आकर जांच की। उन्होंने हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी के निर्देश एसपी व अन्य अधिकारियों को दिए।
आइजी ने कहा कि घटना की जांच कराई जा रही है। जो लोग इसमें शामिल होंगे, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। तीसरी घटना प्रधानमंत्री के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी का है। बड़ागांव के नेवादा में शुक्रवार की रात 45 वर्षीया महिला की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात के समय पति-सास व साथ में रहने वाली एक लड़की शादी में गए हुए थे। महिला की बुआ भी बगल में सोई थी लेकिन उन्हें घटना का पता नहीं चल सका। एसएसपी प्रभाकर चौधरी भी मौके पर पहुंचे और निरीक्षण करने के साथ ही परिवार के लोगों से घटना की जानकारी ली। गांव के ही मनबढ़ किस्म के दो सगे भाइयों के खिलाफ तहरीर दी गई है। कहा गया है कि दोनों की नजर महिला की जमीन पर थी। जमीन को लेकर कई बार विवाद हो चुका था। इनमें एक भाई पुलिस से रिटायर्ड है। बताते हैं कि शुक्रवार/शनिवार की रात में किसी समय पार्वती की गोली मारकर हत्या कर दी गई। सुबह बुआ जागी और पार्वती को जगाने के लिए हिलाने लगी लेकिन वह नहीं उठी तो आसपास के लोगों की जानकारी दी। कुछ देर में ही ग्रामीणों की मौके पर भीड़ लग गई। पुलिस को भी घटना की जानकारी दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने पाया कि गोली बहुत पास से मारी गई थी। बाईं तरफ से गोली मारी गई और दाईं तरफ से निकल गई थी।
प्रतापगढ़ जिले में कंधई इलाके के साल्हीपुर पूरे बुधाई निवासी कालूराम विश्वकर्मा का बेटा श्यामलाल (38) शहर के पुराना माल गोदाम रोड स्थित नर्सिंग होम में नौकरी करता था। शुक्रवार रात करीब नौ बजे वह बाइक से घर से ड्यूटी पर आ रहा था। चिलबिला-मदाफरपुर मार्ग पर कंधई इलाके के जफरापुर गांव के पास उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। रात में किसी को घटना की जानकारी नहीं हो सकी। शनिवार सुबह राहगीरों ने शव देखा तो तो भीड़ में मौजूद लोगों ने ही उसकी पहचान कर ली। जानकारी मिलने पर परिजनों के साथ ही कंधई पुलिस भी पहुंच गई। परिजन व रिश्तेदार शव देखने के बाद हत्या का आरोप लगाने लगे लेकिन पुलिस ने हादसे में मौत मानते हुए शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम के दौरान गोली निकलने पर हत्या की बात सामने आई। इसके बाद पुलिस जिला अस्पताल पहुंची। उसके बाद एसपी अभिषेक सिंह ने भी जफरापुर पहुंचकर घटनास्थल देखा। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य भाजपा नेता बार-बार दावा करते हैं कि प्रदेश में अपराधियों से मुक्त है। अपराधी यूपी छोड़ दिये हैं या जेल में हैं। यदि इन दो स्थानों पर नहीं तो पुलिस ने उन्हें ठिकाने लगा दिया है।