मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। पिछले गुरुवार को एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या से प्रयागराज दहला था, कि सात दिन बाद फिर शहर में दिन दहाड़े एक परिवार के चार लोगों की गला रेत कर हत्या कर दी गयी। घटना शहर के प्रीतमनगर कॉलोनी के धूमनगंज इलाके की है। बताया जा रहा है कि व्यापारी तुलसीदास( 66), उनकी पत्नी किरण (62), बेटी निहारिका (27) और बहू प्रियंका( 32) की हत्या हुई है। दोपहर में जब व्यापारी का बेटा आतिश घर पहुंचा तो उसके होश फाख्ता हो गए। गलियारे व घर के अंदर मां, बाप, बहन और ऊपर वाले कमरे में पत्नी की खून से लथपथ लाश पड़ी थी। सूचना मिलते ही पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे। सनसनीखेज वारदात के बाद बॉर्डर को सील कर दिया गया है। फॉरेंसिक टीम जांच में जुटी है।
प्रीतम नगर निवासी आतिश केसरवानी ने पुलिस को बताया कि लॉकडाउन के कारण उसकी दुकान बंद है। घर में नीचे हिस्से में दुकान व गोदाम बनाए गए हैं। बुधवार दोपहर लगभग 1बजे वह कुछ काम से घर से निकला था। करीब 3:30 बजे वापस लौटा। इस बीच उसके मां-बाप बहन और पत्नी की बेरहमी से हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि मकान के एक हिस्से में दुकान और दूसरे हिस्से से घर के अंदर जाने का रास्ता बना है। कातिल घर के रास्ते से अंदर घुसे और दुकान की तरफ ले जाकर उसके बुजुर्ग पिता तुलसीदास की गला रेत कर हत्या कर दी। वहीं काउंटर के तरफ उसकी मां किरण देवी और बेटी निहारिका की लाश मिली है। पत्नी का शव ऊपर वाले कमरे में पड़ा था। हत्या क्यों और किसने की कुछ पता नहीं चल सका। मकान के बाहर लगा सीसीटीवी कैमरा खराब था। पुलिस मोहल्ले में लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से कातिल का सुराग लगा रही है।
इस सनसनीखेज घटना की जानकारी मिलने के बाद एडीजी प्रेम प्रकाश आईजी केपी सिंह, एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव समेत शहर के कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई। शहर में दिनदहाड़े एक ही परिवार के 4 लोगों की हत्या से हड़कंप मचा रहा। सात दिन पहले एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या हुई थी।पिछले गुरुवार को मंडा पुलिस थाना क्षेत्र के एक गांव में सुबह एक ही परिवार के तीन सदस्य मृत पाए गये थे।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले का संज्ञान लिया है और वरिष्ठ अधिकारियों को घटनास्थल पर पहुंचने और तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था। बताते हैं कि नंदलाल (50) बुधवार की रात को अपने खेत में सो रहा था। उसकी पत्नी छबीली देवी (48) अपने घर के बाहर और बेटी राज दुलारी (16) घर के अंदर सो रही थी। नंदलाल का बेटा अपने पुराने वाले मकान में सो रहा था। लेकिन सुबह इन सभी की लाशे अलग-अलग पाई गयीं थी।पुलिस ने कहा था कि परिस्थितिजन्य सबूतों से यही पता चलता है कि नंदलाल, उसकी पत्नी और बेटी को किसी धारदार हथियार से वार कर मौत के घाट उतारा गया था।
इसी वर्ष 5 जनवरी को सोरांव थाना क्षेत्र के यूसुफपुर सेवइत गांव में शनिवार की देर रात एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या कर दी गई। हत्यारों ने मासूम बच्चों को भी मौत की नींद सुला दी।घटना स्थल से विजय शंकर तिवारी (55), उनके बेटे सोनू (30), सोनू की पत्नी सोनी (27), सोनू के दो बच्चे कुंज और कान्हा के शव मिले हैं। कान्हा सात वर्ष था जबकि कुंज महज तीन वर्ष का था।’