नयी दिल्ली। खोई वस्तु दोबारा से मिल जाना वो भी मोबाईल या कोई पोर्टेबल इलेक्ट्रानिक गैजेट यह तो असंभव सा ही लगता है लेकिन कुछ ही किस्मत वालों को सामान दोबारा वापस मिल जाता है। प्रतापगढ़ के रहने वाले अविनाश ने कभी सोंचा भी नहीं होगा कि दिल्ली रेलवे स्टेशन के बाहर गुम हुई उनकी एप्पल वाॅच इतनी आसानी से मिल जाएगी लेकिन उनकों मिल गई। ऐसा संभव हुआ दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी जितेन्द्रमणि त्रिपाठी की वजह से। दरअसल अविनाश पांडे ने थक हारकर जब उनको वाॅच नहीं मिली तो उन्होंने दिल्ली पुलिस के अधिकारी जितेन्द्र मणि त्रिपाठी को फेसबुक पर मैसेज डाल दिया और उनसे मदद की गुहार की। सबकी अक्सर मदद करने वाले जितेन्द्र मणि त्रिपाठी ने मैसेज पढा और मैसेज देखने के 30 मिनट बाद ही अविनाश को एप्पल वाॅच मिलने की सूचना दे दी गई जिसकी कीमत करीब 51000 थी।
जितेन्द्रमणि त्रिपाठी के अनुसार आज सुबह करीब 10:43 am पर उन्होंने फेसबुक के मैसेज पर एक मैसेज देखा एक मित्र श्री अविनाश पांडे (सहायक आयुक्त स्टांप) प्रतापगढ़ का कि मैं आपका फेसबुक फ्रेंड हूं और मेरी एप्पल की वॉच नई दिल्ली अजमेरी गेट स्टेशन से गायब हो गई है आज और क्या इसमें कुछ मदद हो सकती है आमतौर पर फेसबुक के मैसेज पर कई बार नजर कम जाती है लेकिन उन्होंने एक मिस कॉल भी किया था फेसबुक से उनकी उसको मैंने देखा तो यह बात मेरी संज्ञान में आई और उसके बाद तुरंत मैंने इस बारे में करीब 10.57 बजे सुबह डीसीपी रेलवे श्री हरेन्द्र कुमार सिंह आईपीएस साहब को सूचित किया, रेलवे कंट्रोल कंट्रोल रूम को सूचित किया एसीपी नई दिल्ली रेलवे को सूचित किया अपने स्पेशल स्टाफ को सूचित किया अपने मेट्रो कंट्रोल रूम को सूचित किया और तमाम तंत्र को मैंने पूरी तरह एक्टिवेट कर दिया और ईश्वर की कृपा से और डीसीपी रेलवे के प्रयास से यह घड़ी आधे घंटे के अंदर ही मैसेज देने के बरामद हो गई। डीसीपी रेलवे जी ने 10.24 बजे मुझे घड़ी मिलने की सूचना दे दी।
जितेन्द्रमणि त्रिपाठी किसी के समस्या को गंभीरता से लेते हैं और त्वरित निपटाने के लिए संपूर्ण ऊर्जा के साथ उसमें प्रयास करते हैं। हाल ही में उन्होंने एक व्यक्ति के टिफिन को ढूंढ कर वापस पहुँचाया था जिसमें उस व्यक्ति के माँ के हाथ का बना हुआ खाना था। अविनाश पांडे ने 1 घंटे के अंदर ही 51000 से ऊपर की एप्पल की घड़ी वापस मिल जाने पर खुशी जाहिर की। उन्होंने फोन पर जितेन्द्रमणि त्रिपाठी और दिल्ली पुलिस पर त्वरित कार्यवाई और सहयोग पर धन्यवाद ज्ञापित किया।जितेन्द्रमणि त्रिपाठी ने पूरी घटना का जिक्र अपने फेसबुक पेज पर भी किया है जिसे आप देख सकते हैं।