समाजवादी चिंतक, मंडेला अवार्ड़ी व इंटरनेशनल सोशलिस्ट काउन्सिल के सचिव दीपक मिश्र ने मारीशस के नेता प्रतिपक्ष व पूर्व प्रधानमंत्री चार्ल्स गाइता जाविए लुक जुवॉल से भारतीय समय के अनुसार 1 बजे गवर्न्मेंट हाउस में मिले। दोनों में सोशल डेमोक्रेसी, वैश्विक समाजवाद व वीटो विहीन विश्व समेत कई मुद्दों पर गम्भीर मंत्रणा हुई।
श्री मिश्र ने बताया कि सोशल डेमोक्रेट श्री जुवाल भी वीटो को अलोकतांत्रिक मानते हैं और संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत व हिंदी के साथ खड़े हैं। भारत और मॉरीशस में आपसी जन-संवाद व जन सम्पर्क बढ़ाने की ज़रूरत है। भारत और मॉरीशस के माध्यम से एशिया और अफ़्रीका क़रीब आयेंगे। श्री जुवाल ने दीपक के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि उपनिवेशवाद के सभी प्रतीकों को मिटाकर ही दुनिया में आदर्श लोकतंत्र की स्थापना हो सकेगी। भारत व मारीशस की तरह एशिया व अफ़्रीका की आत्मा एक है।
दीपक ने गांधी व लोहिया साहित्य भेंटस्वरूप दी। उल्लेखनीय है कि श्री जुवाल की गणना न केवल मॉरीशस अपितु अफ़्रीका महाद्वीप के बड़े नेताओं में की जाती है। जुवाल ने लोकतंत्र व सामाजिक न्याय की मजबूती के लिए उपप्रधानमंत्री पद को ठुकरा कर विपक्ष में आ गए। इस मुलाक़ात की मॉरीशस में काफ़ी चर्चा है। उन्हें मॉरीशस का लोहिया माना जाता है। इसके बाद नेल्सन मंडेला सेंटर फ़ॉर अफ़रीकन कल्चर में दीपक मिश्र का सम्मान व व्याख्यान हुआ।मिश्र वीटो विहीन विश्व, हिंदी व भारत का मान बढ़ाने के ध्येय से अफ़्रीका महाद्वीप की 1 महीने की यात्रा पर हैं।