जातिवादी  समाजघाती होते हैं समाजवादी नहीं- दीपक मिश्र

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि लोहिया  व जनेश्वर मिश्र द्वारा प्रदर्शित राह पर चलते हुए जन सरोकारों पर केंद्रित  राजनीति करेगी । प्रसपा किसी भी प्रकार का  जातीय सम्मेलन नहीं करेगी । जनेश्वर मिश्र की जयंती के उपलक्ष्य में शिविर कार्यालय में आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए प्रसपा प्रमुख महासचिव व पीसीएफ सभापति आदित्य यादव ने कहा कि राममनोहर लोहिया के आह्वान पर जनेश्वर मिश्र ने जाति तोड़ो अभियान चलाया था । जातीय अस्मिता की राजनीति राष्ट्र व समाज के लिए अंततोगत्वा घातक होती है ।

छोटे लोहिया प्रतिबध्द व प्रगतिशील समाजवादी थे । प्रसपा लोहिया जी व जनेश्वर जी की नीतियों के अनुरूप कार्य करेगी और जनेश्वर के सामाजिक न्याय की लड़ाई को आगे बढ़ाई । प्रसपा जनेश्वर जी के गांव व उनके दिल्ली आवास में को संग्रहालय बनाने की मांग करती है ताकि नई पीढ़ी समाजवाद के मूल अवधारणाओं को जान सके । जनेश्वर के विचारों पर चलना और समाजवाद को आत्मसात करना ही उन्हें सच्ची श्रंद्धाजलि है । प्रसपा प्रमुख प्रवक्ता व छोटे लोहिया के शिष्य दीपक मिश्र ने कहा कि जनेश्वर जी लोहिया, लोकनायक जयप्रकाश, मधु लिमए की परंपरा के समाजवादी थे जो समाजवाद को एक प्रगतिशील व समावेशी अवधारणा मानते थे ।

जनेश्वर जी ने समाजवाद को जी कर दिखाया । नई पीढ़ी को जनेश्वर जी के लोकजीवन से सादगी, ईमानदारी व सैद्धांतिक प्रतिबद्धता की प्रेरणा मिलती है । वे कई बार केंद्रीय मंत्री व सरकारों के नियंता रहे लेकिन संपत्ति का मोह उन्हें छू भी न सका । जनेश्वर जी मानते थे कि समाजवादी जातिवादी नहीं हो सकता , वे जातिवादियों को समाजघाती कहते थे और जातीय सम्मेलनों के सख़्त ख़िलाफ़ थे । इस अवसर पर छोटे लोहिया के व्यक्तित्व व कृतित्व पर आधारित ई बुक जनेश्वरजी डॉट इन का भी विमोचन किया गया । संगोष्ठी को पूर्व राज्यमंत्री संगीता यादव, प्रदेश महासचिव अजय त्रिपाठी, बीनू शुक्ला, हरिशंकर यादव,  सैनिक प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार, जिला अध्यक्ष रंजीत यादव, बौद्धिक सभा महासचिव ब्रजेश मिश्र,  महिला सभा जिला अध्यक्ष शांति यादव, इंजीनियर अरविंद, जावेद,  अवनीश तिवारी, फारूख, हिमांशु समेत कई वक्ताओं ने संबोधित किया । संचालन इलाहाबाद छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष दिनेश यादव ने किया ।

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