तृप्ति रावत/दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके कैबिनेट सहयोगियों का एलजी कार्यालय पर धरना का आज 8वां दिन है। जहां दिल्ली सरकार के धरने के खिलाफ दायर याचिका पर दिल्ली हाइकोर्ट ने सवाल उठाते हुए कहा है कि “समझ नहीं पा रहे हैं कि ये धरना है या फिर हड़ताल।” इसके साथ ही दिल्ली हाइकोर्ट ने सवाल उठाते हुए कहा है कि “क्या एलजी हाउस में बैठने के लिए एलजी की इजाजत ले ली गई है।”
वहीं, भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता ने भी याचिका दायर कर दिल्ली हाईकोर्ट से गुजारिश की है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हड़ताल खत्म करने का आदेश दिया जाए।
इसके साथ ही अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर आईएएस अफसरों से काम पर लौटने और सुरक्षा को लेकर अपील की है। केजरीवाल ने कहा है कि आईएएस अफसर हमारे परिवार का हिस्सा हैं। उन्हें सुरक्षा देना हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि चुनी हुई सरकार का विरोध आईएएस अफसर बंद कर दें। इससे पहले आप ने पीएम आवास तक मार्च करने की कोशिश की। उन्हें संसद मार्ग पर ही रोक दिया गया।
दिल्ली में पिछले 7 दिन से केजरीवाल सरकार और उपराज्यपाल के बीच चल रहे गतिरोध के बीच आज शाम आम आदमी पार्टी के नेता प्रधानमंत्री आवास पर 7 लोक कल्याण मार्ग का घेराव करने इकट्ठे हो गए। प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली मेट्रो ने पांच स्टेशनों को बंद कर दिया। जुलूस मंडी हाउस से पीएम हाउस तक जाना था।
डीएमआरसी ने पहले लोक कल्याण मार्ग स्टेशन पर दोपहर 12 बजे से प्रवेश ही निकासी बंद की। इसके बाद केंद्रीय सचिवालय, उद्योग भवन, पटेल चौक और जनपथ स्टेशन भी दोपहर बाद दो बजे से बंद हो गए।
बता दें कि केजरीवाल और गोपाल राय 11 जून को उपराज्यपाल अनिल बैजल से मिलने राज निवास पहुंचे थे। जहां पर उपराज्यपाल ने समय नहीं दिया तो दोनों गेस्ट रूम में धरने पर बैठ गए थे। इसके बाद 12 जून से सत्येंद्र जैन और 13 से उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया उनके साथ भूख हड़ताल पर बैठ गए थे।