दिल्ली नगर निगम में भाजपा और आम आदमी पार्टी के अनुभवहीन पार्षदों की अक्षमता के कारण निगमों में व्याप्त भ्रष्टाचार का खामियाजा दिल्लीवालों को भुगतना पड़ रहा है। – दिल्ली कांग्रेस
दिल्ली कांग्रेस भाजपा शासित दिल्ली नगर निगमों द्वारा सील सम्पतियों में व्यवसायिक गतिविधियों को चलाने में हुए भ्रष्टाचार की सीबीआई और ईडी द्वारा जांच की मांग करती है। – दिल्ली कांग्रेस
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय राजीव भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए पूर्व विधायक श्री हरी शंकर गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जो भ्रष्टाचार मुक्त शासन व्यवस्था की बात करते है, देश की राजधानी दिल्ली में भाजपा शासित तीनों निगम में उनकी नाक के लिए भ्रष्टाचार का आंकठ फैला हुआ, जिसके तहत भाजपा और आम आदमी पार्टी के निगम पार्षद दिल्लीवालों के अधिकारों का हनन करके खुलेआम लूट कर रहे है। संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस नेता नरेश शर्मा नीटू भी मौजूद थे।
श्री हरी शंकर गुप्ता ने कहा-
श्री हरी शंकर गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में तीनों नगर निगमों में व्याप्त भ्रष्टाचार में भाजपा और आम आदमी पार्टी के निगम पार्षद संगठित होकर अपनी क्षेत्र में प्रतिमाह 10-10 लाख रुपये तक की उगाही कर रह रहे है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि 2013 में करोल बाग में सील की गई सम्पति जिसे डी-सील करने में करोड़ों रुपये की रिश्वत का भ्रष्टाचार हुआ और 2018 में पुनः सील होने के बावजूद मॉल में भाजपा और आम आदमी पार्टी की शह में व्यवसायिक गतिविधियां चल रही है, जो कि नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचा का जीता जागता सबूत है।
उन्होंने कहा कि भाजपा नेता भ्रष्टाचार के चलते एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे है और भ्रष्टाचार के लिए किसी भी सम्पत्ति को सील तथा डी-सील करने के लिए वैध को अवैध और अवैध को वैध साबित करने काम कर रहे है जबकि अरविन्द केजरीवाल की दिल्ली सरकार सील सम्पतियों में बिजली पानी देकर बराबर का भ्रष्टाचार में सलिंप्त है।
श्री हरी शंकर गुप्ता ने ये भी कहा कि भाजपा शासन द्वारा सम्पतियों को बिना डी-सील के सम्पतियों में व्यवसायिक गतिविधियों के लिए करोड़ों रुपये के लेन-देन के भ्रष्टाचार की सीबीआई अथवा इन्फोर्समेंट निदेशालय द्वारा जांच कराए। उन्हांने कहा कि निगम पार्षद पूर्व मेयर रविन्द्र गुप्ता और पूर्व स्थायी समिति के चैयरमेन योगेन्द्र चंदोलिया के आपसी मतभेद उजागार होने पर भाजपा का असली भ्रष्टाचारी चेहरा उजागर हो गया है और भाजपा का प्रत्येक निगम पार्षद भ्रष्टाचार में लिप्त है।
उन्होंने कहा कि जे.जे. कॉलोनियां के छोटे प्लॉटों पर भी भाजपा और आम आदमी पार्टी के निगम पार्षद प्रति लैंटर पैसा उगाही कर रहे है जिसका हरजाना आगामी निगम चुनावों में भाजपा भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि पिछले 15 वर्षों में भाजपा शासित दिल्ली नगर निगम विश्व में 10 भ्रष्टाचारी संस्थाओं में प्रथम स्थान पर है। उन्होंने कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि भाजपा के भ्रष्टाचार की गूंज मोदी तक नही पहुॅच रही है। श्री गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी सेन्ट्रल विस्ता प्रोजेक्ट की चिंता है परंतु भाजपा शासन के भ्रष्टाचार से त्रस्त दिल्लीवासियों के प्रति संज्ञान लेने के प्रति असंवेदनशील है।
वहीं उन्होंने ने कहा कि आगामी दिल्ली नगर निगम चुनावों में कांग्रेस पार्टी भाजपा और आम आदमी पार्टी के भ्रष्टाचार को उजागार करके जनता के बीच पहुॅचाऐगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के निगम और दिल्ली में शासन के दौरान ऐसे हालात कभी पैदा नही हुए कि डाक्टरों, नर्सों, शिक्षकों, सफाई कर्मचारियों सहित अनुबंधित कर्मचारियां को वेतन न मिलने के कारण हड़ताल पर जाना पड़ा हो। कांग्रेस के शासन में निगमों में कभी फंड की कमी नही हुई।उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी आगामी दिल्ली नगर निगम चुनाव में अनुभवी, शिक्षित और जमीनी कार्यकर्ताओं को अपना उम्मीदवार बनाएंगे।
साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा अपने भ्रष्टाचार को दबाने के लिए जिन निगम पार्षदों को अपनी पार्टी से निकाल रही है अरविन्द केजरीवाल उन्हें अपनी पार्टी में शामिल कर रहे है, जबकि आम आदमी पार्टी द्वारा ही इन निगम पार्षदों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए। उन्होंने कहा कि आगामी दिल्ली नगर निगम चुनावों में आम आदमी पार्टी और भाजपा दोनो ही अपनी जमीन खो चुके है क्योकि दिल्ली जनता केजरीवाल और भाजपा के शासन से परेशान आ चुकी है।