*- दिल्ली में कोरोना की स्थिति काबू में, केंद्र सरकार आस्था और संस्कृति के प्रतीक छठ महापर्व के आयोजन की अनुमति दे- मनीष सिसोदिया*
*- पूर्वांचल के लोग अपने परिवार और प्रियजनों के साथ छठ महापर्व को मनाने का बेसब्री से कर रहे इंतजार – मनीष सिसोदिया*
*- छठ पूजा के आयोजन को लेकर केंद्र सरकार जल्द से जल्द जारी करें आवश्यक दिशा-निर्देश- मनीष सिसोदिया*
*केजरीवाल सरकार ने छठ घाटों को 72 से बढ़ाकर 1200 किया, साथ ही छठ घाटों पर बिजली, पानी समेत सभी सुविधाएं दी*
केजरीवाल सरकार ने केंद्र सरकार की तरफ से कोरोना महामारी के चलते आस्था का पर्व छठ पूजा के आयोजन पर लगी रोक को हटाने की मांग की है। उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली में छठ महापर्व की पूजा का आयोजन करने की अनुमति देने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को यह पत्र केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया को लिखा है, जिसमे उन्होंने छठ पूजा की अनुमति देने और आयोजन को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करने के लिए आग्रह किया है।
उन्होंने पत्र में कहा है कि पिछले साल भी केंद्र सरकार की अनुमति से छठ महापर्व का सार्वजनिक आयोजन हुआ था। उल्लेखनीय है कि केजरीवाल सरकार ने पूर्वांचल के लोगों की आस्था को ध्यान में रखते हुए पूरे दिल्ली 1200 छठ घाटों की व्यवस्था कर वहां बिजली, पानी समेत सभी सुविधाएं भी दी थी। पहले दिल्ली में घाटों की संख्या महज 72 थी।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने पत्र में लिखा है कि पूर्वांचल के लोग अपने परिवार और प्रियजनों के साथ हर बार की तरह इस बार भी छठ महापर्व मनाने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इसलिए केंद्र सरकार जल्द से जल्द छठ पूजा के आयोजन की अनुमति दे। उन्होंने अपने पत्र के माध्यम से केंद्र सरकार से अपील करते हुए कहा कि दिल्ली में अब कोरोना की स्थिति काफी नियंत्रण में है। इसे देखते हुए केंद्र सरकार आस्था और संस्कृति के प्रतीक छठ महापर्व के आयोजन को अनुमति दे।
सिसोदिया ने पत्र में आगे लिखा है कि ‘छठ महापर्व’ पूर्वांचल में मनाया जाने वाला सबसे बड़ा धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक त्योहार है। दिल्ली में भी यह महापर्व बेहद निष्ठा के साथ हर वर्ष मनाया जाता है। इस वर्ष भी पूर्वांचल के लोग अपने परिवार और प्रियजनों के साथ छठ महापर्व मनाने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 18 महीनों से, दिल्ली के साथ-साथ पूरे देश ने कोरोना महामारी से उत्पन्न स्थिति का सामना किया है। पिछले साल भी कोरोना महामारी के खतरे को देखते हुए भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार ही पूरे देश में छठ महापर्व मनाने से संबंधित निर्णय लिए गए थे।
उपमुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार और केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया से अपील करते हुए कहा है कि अब दिल्ली में कोरोना के मामले बहुत कम आ रहे हैं और स्थिति काफी नियंत्रण में है। इसे देखते हुए केंद्र सरकार जल्द से जल्द, स्वास्थ्य विशेषज्ञों और अन्य संबंधित लोगों से परामर्श कर इस वर्ष छठ महापर्व मनाने के संबंध में जरुरी दिशा-निर्देश जारी करे, जिससे दिल्ली सहित पूर्वांचल के सभी श्रद्धालु छठ महापर्व को अपनी श्रद्धा और निष्ठा के साथ सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मना सकें।
*केजरीवाल सरकार ने छठ घाटों को 72 से 1200 तक पहुंचाया*
दिल्ली में जब से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है, तब से छठ महापर्व में आस्था रखने वाले पूर्वांचल के लोगों के लिए दिल्ली सरकार छठ पूजा मनाने का खास इंतजाम करती रही है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल स्वयं आगे बढ़कर घाटों पर विशेष इंतजाम करवाए थे। पहले पूर्वांचल के लोगों के लिए घाटों पर कोई सुविधा नहीं होती थी।
लेकिन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने छठ महापर्व में पूर्वांचल के लोगों की आस्था को देखते हुए सबसे पहले 72 छठ घाटों से छठ पूजा की शुरुआत की थी। उसके बाद पूरी दिल्ली के अंदर 1200 से भी ज्यादा छठ घाटों पर छठ पूजा की शुरुआत कराई गई। इन सभी घाटों पर बिजली, पानी समेत अन्य सभी सुविधाएं दिल्ली सरकार की तरफ से प्रदान की गईं। वहीं, कोरोना काल में केंद्र सरकार की तरफ से जारी गाइड लाइन की वजह से छठ पूजा पर रोक लग गई है। इसलिए दिल्ली सरकार ने पूर्वांचल के लोगों की आस्था को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार से छठ पूजा की अनुमति देने की मांग को लेकर पत्र लिखा है।