राज कुमार शर्मा। आप दिल्ली में रहते हैं तो आप ना चाहते हुए भी दिन में बीस से पच्चीस सिगरेट पी रहे हैं। मतलब ये की दिल्ली की हवा में प्रदूषण इतना बढ़ चुका है की आप रोज करीब बीस सिगरेट के बराबर धूँआ अपने अंदर ले रहे हैं। अगर आप घर से बाहर निकलकर देखते हैं, तो आपको हवा में फैला ये धूँआ साफ दिखाई देगा। चार सौ से पाँच मीटर देख पाना भी मुश्किल है। आपको अपनी आँखों में जलन भी महसूस हो रही होगी, इसका कारण भी ये धूँआ ही है। दिल्ली की हवा में पार्टिकुलेटेड़ मैटर(pm) 2.5 का स्तर 400 के भी पार पहुँच गया। जो सामान्य से आठ गुना ज्यादा है, और शरीर के लिए बहुत ही खतरनाक है। इसका पड़ौसी राज्यों में पराली जलाना माना जा रहा है। लेकिन दिल्ली में इसका बड़ा कारण यहाँ का ट्रैफिक भी है। आने वाले दिनों में दिवाली भी अाने वाली है। जिसकी वजह से प्रदूषण और भी ज्यादा बढ़ेगी। साथ ही बिमारियों के बढ़ने की भी पूरी सम्भावनाएं हैं। जिसमें साँस की समस्या सबसे ज्यादा बढ़ सकती हैं।
इस प्रदूषण से बचने के लिए आप ज्यादा से ज्यादा घर में ही रहें , जब तक कोई जरूरी काम ना हो तब तक बाहर ना निकलें। बाहर निकलते समय अपने मुँह पर मास्क लगा कर निकलें। खाने में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली चीजें खाएँ।