दिल्ली की पहली मल्टी लेवल बस पार्किंग हरि नगर और वसंत विहार डिपो में बनेगी

केजरीवाल सरकार दिल्ली की पहली मल्टी लेवल बस पार्किंग हरि नगर और वसंत विहार डिपो में विकसित करेगी। दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की विभिन्न साइटों पर दिल्ली परिवहन विभाग यह मल्टी-लेवल बस पार्किंग की सुविधा विकसित करने जा रही है। नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन लिमिटेड (एनबीसीसी) द्वारा निष्पादित की जाने वाली इस परियोजना का लक्ष्य 2 प्रमुख डीटीसी डिपो – हरि नगर और वसंत विहार को विश्व स्तरीय डिपो में विकसित करना होगा, जिसमें रिटेल के साथ-साथ वर्तमान पार्किंग क्षमता से  2 से 3 गुना ज़्यादा गाड़ियां पार्क हो सकें।

हरि नगर I और II, और वसंत विहार में क्रमशः 5 एकड़ और 6.21 एकड़ एरिया फैले ये डिपो, जिनमें वर्तमान में प्रत्येक में 100 और 230 बसें हैं, 4 और 7 मंजिल डिपो में प्रत्येक में 330 और 400 बसों को समायोजित करने में सक्षम होंगे। इनमें 2.6 लाख वर्ग फुट से अधिक की बेसमेंट पार्किंग भी होंगी, जिसमें 690 से अधिक गाड़ियां खड़ी हो सकेंगी।

इन डिपो के डिज़ाइन में शोर और कंपन प्रभाव विश्लेषण के बाद, स्टील हेलीकल स्प्रिंग्स के ज़रिये वाइब्रेशन आइसोलेशन सिस्टम का इस्तेमाल किया गया है। साथ ही, पार्किंग दक्षता के लिए 45 डिग्री कोण टेक्निक का इस्तेमाल भी इनमे किया गया है। यह डिजाइन विदेशों में इसी तरह की परियोजनाओं और लाइव केस स्टडीज और सिमुलेशन के विस्तृत शोध के बाद किए गए हैं। इसके साथ ही  45 डिग्री कोणों के उपयोग से प्रत्येक डिपो में 10-15 फीसद अधिक बसें खड़ी की जा सकेंगी। डिपो सम्बंधित विभिन्न सुविधाओं जैसे वाशिंग पिट, ईंधन भरने वाले स्टेशन जिन्हें भविष्य में इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशनों द्वारा प्रतिस्थापित किया जाएगा, इसको भी इन साइटों पर शामिल किया जाएगा। इन 2 स्थलों के अलावा, शादीपुर और हरि नगर 3 में डीटीसी कॉलोनियों को रिटेल और वाणिज्यिक सुविधाओं के साथ आवासीय इकाइयों में पुनर्विकसित किया जा रहा है। इनमें दिल्ली मास्टर प्लान 2021 के मानदंडों के अनुसार ईडब्ल्यूएस आवास भी शामिल होंगे।

इससे पहले, अक्टूबर 2020 में, डीटीसी ने एनबीसीसी के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुआ था। जिसके अनुसार एनबीसीसी बहु-स्तरीय बस पार्किंग डिपो और डीटीसी की आवासीय कॉलोनियों के पुनर्विकास में परियोजना प्रबंधन सलाहकार के रूप में कार्य करेगा। इन मल्टी लेवल बस डिपो का निर्माण इस साल के अंत तक शुरू हो जाएगा और 2024 तक चरणबद्ध तरीके से पूरा हो जाएगा।

इस संबंध में दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि केजरीवाल मॉडल ऑफ़ गवर्नेंस के तहत बहु-स्तरीय बस पार्किंग एक और विश्व स्तरीय, अत्याधुनिक सार्वजनिक परिवहन इंफ्रास्ट्रक्चर होगा, जो दिल्ली के लोगो को समर्पित की जाएगी। आत्मनिर्भर, शून्य-ऊर्जा पर बनी यह सुविधा निस्संदेह दिल्ली को सार्वजनिक परिवहन और परिवहन बुनियादी ढांचे में दुनिया के शीर्ष शहरों की सूची में डाल देगी।

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