अनिश्चितकाल के लिए बंद पड़े स्कूलों और सभी निर्माण कार्यों के कारण बच्चों का भविष्य अंधकारमय और श्रमिकों के सामने अजीविका का संकट खड़ा हो गया है।- चौ0 अनिल कुमार
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय अपनी जिम्मेदारी निभाने की बजाय अगले दिनां में प्रदूषण स्तर अधिक बढ़ने की घोषणा करके अपनी पोल खोल रहे है।- चौ0 अनिल कुमार
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि राजधानी में लगातार बढ़ते खतरनाक प्रदूषण के लेवल पर 2 दिसम्बर को सुप्रीम कोर्ट द्वारा हस्तक्षेप करने के बावजूद दिल्ली सरकार ने प्रदूषण को कम करने की दिशा में कार्यवाही नही की है जबकि दिल्ली की बिगड़ती परिस्थितियों से बेपरवाह मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल दिल्ली छोड़ दूसरे राज्यों में चुनावी पर्यटन कर रहे है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय प्रदूषण रोकथाम के लिए दिल्ली में कोई ठोस कदम उठाने की बजाय वे दिल्ली वालां को डराने का काम कर रहे है कि अगले तीन दिनों 14,15 और 16 दिसम्बर को राजधानी में प्रदूषण अधिक खतरनाक स्तर पर होगा। उन्हांने कहा कि दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद स्कूल, कॉलेज, निर्माण संस्थाऐं को तो बंद कर दिया परंतु कोर्ट के आदेश पर अपनी कार्यप्रणाली में बदलाव लाकर पर्यावरण सुधार में कोई काम नही किया। उन्हांने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए ऑड-इवन, प्रदूषण के विरुद्ध युद्ध, कनॉट प्लेस और आनन्द विहार के स्मॉग टावरों पर करोड़ो रुपये खर्च करने के बावजूद दिल्ली में एक्यूआई 350-400 स्तर पर है। उन्होंने कहा कि अरविन्द केजरीवाल अपने प्रचार के लिए 2500 युवाओं को रेड़ लाईट पर खड़े करके उनके जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि आज दिल्ली में प्रदूषण का मुख्य कारक वाहनों से निकलने वाला धुंआ है जो दिल्ली सरकार की विफलता के कारण है, क्योंकि सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को दुरस्त करने में केजरीवाल सरकार बड़ी-बड़ी घोषणाएं करने के बावजूद डीटीसी बेड़े में एक भी बस नही बढ़ाई परंतु डीटीसी बस खरीद और रखरखाव में 4288 करोड़ का भ्रष्टाचार जरुर हुआ जिसकी जांच सीबीआई द्वारा चल रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में पराली को प्रदूषण का कारक बताने वाले केजरीवाल की दिल्ली सरकार ने स्वयं स्वीकार किया था कि पराली एक निश्चित समय के लिए 5 प्रतिशत प्रदूषण का कारक बनती है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा प्रदूषण नियंत्रण न कर पाने की वजह से राजधानी में एक ओर स्कूल लम्बे समय से बंद है, जिस वजह से छात्रों की पढ़ाई का नुकसान हो रहा है। वहीं दूसरी ओर निर्माण कार्यां पर पांबदी के कारण श्रमिकों के सामने अजीविका का संकट भी खड़ा है। उन्होंने कोविड महामारी लॉकडाउन से स्कूली कॉलेज के छात्रों की पढ़ाई का नुकसान हुआ है और मजदूर वर्ग भी पहले से ही संकट झेल रहा है। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल सरकार के लिए बड़ी शर्म की बात है कि अलग-अलग मुद्दों पर 7 वर्षों में कोर्ट ने 12 बार दिल्ली सरकार को फटकार लगाई है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि प्रदूषण रोकथाम करने के नाम और प्रचार प्रसार पर करोड़ो रुपये खर्च करने के बावजूद दिल्ली की जनता को स्वच्छ वायु उपलब्ध कराने में अरविन्द सरकार पूरी तरह नाकामयाब रही है जिसका खामियाजा दिल्लीवासियों को भुगतना पड़ रहा है जिनमें वृद्ध और बच्चें अधिक प्रभावित हो रहे है।
मुख्य संवाददाता,