पिछले एक माह से पुलिस के लिए चुनौती बना खुशी हत्याकांड का शुक्रवार को मदनपुर पुलिस और एसओजी ने खुलासा कर दिया। पकड़े गए गांव के ही दो आरोपियों ने किशोरी की हत्या की थी। खुशी के भाई का आरोपी की बहन से प्रेम प्रसंग था, जिसके चलते आरोपी ने अपने मित्र के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त धारदार हथियार को बरामद कर लिया है।
शुक्रवार को मदनपुर थाने में अपर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि 23 फरवरी को मदनपुर थाना क्षेत्र के भिटहां गांव के बागीचे में इसी गांव किशोरी खुशी चौहान की हत्या कर शव को फेंक दिया गया था। पुलिस ने मामले में उसके पिता की तहरीर पर अज्ञात लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया था।
घटना के खुलासे में जुटी पुलिस टीम को शुक्रवार की सुबह अहम सुराग मिला तो कुसुमा गांव के पास से दो युवक को गिरफ्तार किया। दोनों की पहचान भिटहां गांव निवासी सुनील चौहान और परमहंस चौहान के रूप में हुई। पुलिस ने खुशी हत्या कांड के बारे में जब सुनील चौहान से पूछताछ किया तो उसने हत्या का राज उगल दिया।
उसने पुलिस को बताया कि उसकी बहन का 2 वर्ष पूर्व मृतका के भाई से प्रेम संबंध था। इस बात को लेकर विवाद हुआ तो खुशी का भाई गुजरात नौकरी करने चला गया था। घटना से दो माह पूर्व खुशी का भाई गांव आया था। जिससे पुरानी बातों को लेकर एक बार फिर चर्चा गांव में होने लगी। इसको लेकर मन में आक्रोश भड़क गया और बदला लेने की नीयत से खुशी को ही मार डालने की योजना बना लिया।
घटना के दिन गांव के बाहर अकेले घास काटने के लिए खुशी गई तो मुझे जानकारी मिली। अपने साथी परमहंस चौहान के साथ दाव लेकर गेहूं के खेत में पहुंचा और गला रेत कर हत्या कर दिया। हम लोगों द्वारा वहां से जाते वक्त गांव के पास मार्ग के किनारे खोदी गयी पाइप लाईन की नाली में धारदार हथियार को छुपा दिया गया। पुलिस ने आरोपियों निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त धारदार हथियार को बरामद कर लिया है।घटना का खुलासा करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक प्रभूदयाल सिंह, दरोगा संतोष कुमार यादव, अरविंद कुमार आदि पुलिसकर्मी रहे।