गोण्डा जिला अस्पताल के डिप्टी सीएमओ की आज सुबह उनके घर के लॉन के पेड़ से शव लटकता हुआ मिला। डॉक्टर गयासुल हसन कई हफ्तों से जिला अस्पताल में डिप्टी सीएमओ के साथ -साथ सीएमओ का पद भी संभाल रहे थे और सीएमएसडी स्टोर, नोडल अधिकारी, एनसीडी सेल की जिम्मेदारी भी इनके पास थी जिसके कारण उनके ऊपर कामकाज का काफी बोझ था। डिप्टी सीएमओ का शव अमरूद के पेड़ से लटका मिला है, पुलिस इसे आत्महत्या बता रही है। परिजनों और सूत्रों की माने तो डिप्टी सीएमओ को लगातार फोन आ रहे थे काम का दबाब बनाया जा रहा था। इनमें उच्च अधिकारियों और नेताओं के भी फोन कॉल थे जिससे डिप्टी सीएमओ काफी परेशान थे।
डॉक्टर गयासुल हसन सीएमओ के अवकाश पर जाने के बाद से वह सीएमओ का काम भी देख रहे थे। रविवार की रात अपने परिजनों के साथ घर पर थे, सोमवार की सुबह 5:00 बजे जब उनकी पत्नी हिना हसन नमाज के लिए उठी तो वह अपने कमरे में नहीं थे, इस पर जब वह बाहर निकल कर देखी तो उनका शव अमरूद के पेड़ से लटकता मिला। इसकी सूचना उन्होंने परिवारजनों को दी। जिसके बाद मौके पर पुलिस अधिकारी पहुंच गए हैं। पत्नी हिना हसन का कहना है कि सीएमओ के चार्ज पर होने के कारण उन पर दबाव रहता था। जिस तरह से उनके ऊपर काम का दबाव बनाया जा रहा था वे उसे सहन नहीं कर सके।
अधीक्षक डॉ.हसन कार्य की अधिकता व अधिकारियों की कार्यशैली के ऊबकर चार बार इस्तीफा भी दे चुके हैं। सीएमओ डा संतोष श्रीवास्तव ने बताया कि वे प्रयागराज जिले के रहने वाले थे इससे पहले भी एक बार डॉ.हसन ने आत्महत्या का प्रयास किया था उन्होंने खुद को कमरे में बंद कर आग लगा ली थी।