नयी दिल्ली। उत्तर प्रदेश में भारी राजनीतिक उठापटक के बीच इन दिनों एक और अफवाह फैल रही है और वह अफवाह है उत्तर प्रदेश के बंटवारे के बारे में। योगी इस समय बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से मिलने के लिए दिल्ली पहुंचे हुए हैं और वहां पर अमित शाह मोदी,राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की है। इसी दौरान यह भी अफवाह उड़ी कि मंत्रिमंडल विस्तार होगा और मंत्रियों का नाम भी कई मीडिया हाउस ने चलाना शुरु कर दिया। किन मंत्रियों की योगी मंत्रिमंडल से छुट्टी होगी यह भी बताना शुरू कर दिया गया। हर तरफ सूचनाओं का अंबार है लेकिन कौन सी सूचना सच है यह अभी तक किसी को पता नहीं है।
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी को हटाए जाने और एके शर्मा की एंट्री के अफवाहों के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को दिल्ली तलब किया गया लेकिन किसी को कोई पुख्ता सबूत या कोई पुख्ता सूचना नहीं मिली है कि अगले पल यूपी में क्या होने जा रहा है। जितिन प्रसाद जो कांग्रेस के कद्दावर नेता माने जाते थे और मनमोहन सरकार में वह मंत्री भी रह चुके हैं अचानक ही बीजेपी ज्वाइन कर लेते हैं लेकिन पहले इस बात की किसी को भनक तक नहीं लगती है। खबर तभी बनती है जिस दिन यह कंफर्म हो जाता है कि आज जितिन प्रसाद बीजेपी ज्वाइन करने वाले हैं जितिन प्रसाद की मुख्यमंत्री योगी से मुलाकात भी होती है और वह अपनी तस्वीरें भी ट्विटर पर शेयर करते हैं। जितिन प्रसाद को उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण चेहरे के रूप में प्रचारित किया जा रहा है लेकिन वह ब्राह्मणों के कितने बड़े नेता साबित होंगे और बीजेपी की जीत के लिए एक मजबूत स्तंभ का काम करेंगे यह तो वक्त ही बताएगा।
आज ही यह भी खबरें सोशल मीडिया और तमाम माध्यमों पर आनी शुरू हो गई कि दिल्ली में उत्तर प्रदेश के विभाजन को लेकर भी बातचीत हो रही है इस विभाजन के बारे में कई तरह की खबरें सोशल मीडिया पर और व्हाट्सएप ग्रुप ऊपर चल रही हैं। इस दौरान भाजपा के एक नेता वरुण पांडे ने भी फेसबुक पर उत्तर प्रदेश के बंटवारे के संबंध में एक पोस्ट डाल कर सबको चौंका दिया और जिससे इस तरह की खबरों को और बल मिलने लगा। उत्तर प्रदेश बंटवारे के संबंध में फेसबुक पर अपनी पोस्ट शेयर करते हुए बीजेपी नेता वरुण पांडे ने कहा कि हम बंटवारे को सही नहीं मानते लेकिन अगर प्रदेश को छोटे-छोटे प्रदेशों में बांट दिया जाए तो शासन और प्रशासन को आसानी होगी।
जाहिर सी बात है उनके इस पोस्ट को लाखों लोगों ने देखा और शेयर किया इसके बाद उत्तर प्रदेश में इस तरह की और अफवाहें और खबरें मीडिया पर चलने लगी है देखिए बीजेपी नेता वरुण पांडे ने अपने पोस्ट में क्या लिखा है।
उत्तर प्रदेश के बँटवारे के सम्बंध में***
मेरे हर दिल अजीज साथियों,,जैसा कि आप लोगों को विदित है कि हर समसामयिक मुद्दो पर आप लोगों से चर्चा-परिचर्चाओं का दौर हमेशा चलता रहता है।।आज फिर आपके सामने हूँ,,एक बेहद ही गंभीर विषय के साथ,,जिसके पीछे मेरी अन्तरात्मा कि आवाज़ भी है और शायद मेरे हर दिल अजीज साथियों का मौन समर्थन भी।।लेकिन चर्चा आरंभ करने से पहले भारत सरकार को उसके कुछ बेहद ही महत्वपूर्ण घोषणाओं के लिए हृदयतल से धन्यवाद ज्ञापित करता हूँ,,जिसमें प्रधानमंत्री गरीब अन्न योजना को दीपावली तक बढ़ाने की बात हो या कोविड वैक्सीनेशन कार्यक्रम को संपूर्ण भारत में जन-जन तक पहुँचाने की बात हो।।भारत सरकार इसके लिए वास्तव में बधाई
की पात्र है।।आते हैं अपने मुख्य मुद्दे पर **********
साथियों भारत एक बहुत ही विशाल राष्ट्र है।।जिसकी विशालता में इसके प्रदेश चार चाँद लगाते हैं,,चूकि मैं उत्तर प्रदेश का मूल निवासी हूँ इसलिए आज बात सिर्फ और सिर्फ उत्तर प्रदेश की ही होगी।।
एक बेहतरीन प्रदेश जिसका देश की प्रगति में हमेशा से ही महत्वपूर्ण स्थान रहा है लेकिन इस प्रदेश की दशा और दिशा जिस गति से आगे बढ़नी चाहिए थी,वो गति उत्तर प्रदेश कभी प्राप्त नहीं कर पाया।।चाहे इसके पीछे कुछ राजनीतिक कारण रहे हों या गैर राजनीतिक कारण,मैं वहाँ नहीं जाना चाहता।।
लेकिन आज मैं यह कहने में तनिक भी संकोच प्रकट नहीं करूँगा कि उत्तर प्रदेश आज भी विकास के उस माडल को प्राप्त नहीं कर पाया है जिसका सपना मैं अपने बचपन से ही देखता चला आ रहा हूँ।।मैं ही क्यों ये सपना आज प्रदेश के हर उस युवा का है जो उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश के रूप में देखने की चाहत रखता है।।आज ये समय की माँग है कि इस प्रदेश को यदि विकसित प्रदेश की श्रेणी में खड़ा करना है तो कुछ ऐतिहासिक निर्णय लेने ही होंगे।।
आज का मेरा सुझाव कुछ ऐसे ही बिंदुओं पर केंद्रित है।।मेरा मानना है कि उत्तर प्रदेश को अब 3 भागों में विभाजित कर देना चाहिए
1- पूर्वांचल
2- पश्चिमांचल या पश्चिमी उत्तर प्रदेश
3- उत्तर प्रदेश
यहाँ मैं एक बात जरूर कहना चाहूँगा कि मैं कभी भी बँटवारे का पक्षधर नहीं रहा हूँ,,मैंने कभी भी एकाकी परिवार का समर्थन नहीं किया लेकिन ऐसा भी नहीं होना चाहिए कि परिवार अपनी विशालता के कारण अपनी मूलभूत बुनियादी सुविधाओं से वंचित रहे,,उत्तम सुख सुविधाओं से अभावग्रस्त रहे।।यही बात मैं उत्तर प्रदेश के लिए भी कहना चाहता हूँ कि कोई भी एक व्यक्ति इतने विशाल प्रदेश का संचालन सुचारू रूप से नहीं कर सकता।।यहाँ लाख अच्छा करने की सोचा जाय फिर भी कहीं ना कहीं अनियमितता पैदा होती ही रहेगी।।एक उदाहरण देना चाहूँगा
एक बागबान 2 बीघे आम का बगीचा लगाया हो और दूसरा 200 बीघे में तो जाहिर सी बात है 2 बीघे वाला बागबान अपने बगीचे की रखवाली 200 बीघे वाले से अच्छे और सुनियोजित तरीके से कर सकता है।।
अपने इस विशाल प्रदेश के बारे में मैं यही बात कहना चाह रहा था।।जरा सोचिए कि पश्चिम उत्तर प्रदेश के लोगों को अपने मुकदमों की सुनवायी के लिए जब प्रयागराज या लखनऊ जाना होता होगा तो न जाने कितनी ही तकलीफों का सामना करना पड़ता होगा।।मुकदमों का सिलसिला महीनों,वर्षों या यों कहिये पुश्तैनी चलता रहता है।।इससे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों के दर्द को आसानी से समझा जा सकता है।।आज प्रदेश की जनसंख्या 22 करोड़ को पार कर गई है।।विश्व में न जाने कितने ऐसे देश होंगे जिनकी जनसंख्या हमारे उत्तर प्रदेश से भी कम है।।मेरा मानना ये है कि प्रदेश को 3 भागों में विभाजित किया जाय,,एक प्रदेश में 20 से 22 जिले हों और हर जिले की जनसंख्या लगभग 20 से 22 लाख हो।
प्रदेश के कुछ हिस्सों को समीपवर्ती पड़ोसी प्रदेश जैसे उत्तराखंड,राजस्थान और हरियाणा में भी जोड़ा जा सकता है।।जरा सोचिए कि यदि ऐसा हो जाय तो न जाने कितनी नौकरियों और व्यवसायों का सृजन होगा।।सड़क,बिजली,पानी,शिक्षा,स्वास्थ्य और जीवन शैली एक तरह से बिल्कुल बदल सी जाएगी।।एक छोटे परिवार की मौलिक वयवस्था और चमक दमक की तुलना एक बहुत ही विशाल परिवार नहीं कर सकता।।यह अकाट्य सत्य है।।मेरी इस परिकल्पना पर मेरे मित्र अपना विचार जरूर प्रकट करेंगे ऐसी मैं उम्मीद करता हूँ।।आपके विचारों और सुझावों की प्रतीक्षा रहेगी।