डीएलएड प्रशिक्षण / सन्तोषसिंह नेगी/चमोली। डीएलएड अनिवार्य होने के बावजूद चमोली के निजी स्कूलों के प्रबंधक अपने यहां कार्यरत शिक्षकों को डीएलएड कार्यशाला में समय पर नहीं भेज रहे है। डीएलएड प्रशिक्षण शिक्षकों का कहना है स्कूल से छुट्टी होने के बाद कार्यशाला में जाने से मानसिक तनाव बढ़ जाता है जिसे परीक्षण सही से नही हो पा रहा है ।
शिक्षा अधिनियम 2009 के तहत प्राथमिक विद्यालय के लिए दो वर्षीय डीएलएड प्रशिक्षण अनिवार्य है। वही मुख्यशिक्षा अधिकारी ने निर्देश किया है कि डीएलएड अध्ययन केंद्र पर कार्यशाला गतिविधि का प्रशिक्षण अवकाश के बाद समय पर प्रारम्भ किया जाय स्कूल में शिक्षण कार्य के साथ डीएलएड कार्यशाला का संचालित न की जाए किसी भी दशा में स्कूल का प्रशिक्षण कार्य प्रभावित न हो ।
ऐसी स्थिति में डीएलएड शिक्षकोंं का प्रशिक्षण ऐसे पूरा होगा डीएलएड शिक्षक असमंजस में हैं।