जिलाधिकारी ने कहा कि स्वरोजगार स्थापित करने के इच्छुक प्रवासी जिला उद्योग केन्द्र के दूरभाष नंबर
तथा जिला संपर्क कर सकते हैं।
संतोष नेगी/चमोली/ मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत विभिन्न उद्यमों, व्यवसायों की स्थापना के लिए कार्ययोजना तैयार करने के उदेश्य से जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया की अध्यक्षता में जिला स्वरोजगार प्रोत्साहन एवं अनुश्रवण समिति की बैठक क्लेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई। जिसमें सभी रेखीय विभागों से गहनता से चर्चा करते हुए बाहरी प्रदेशों से लौटे अधिक से अधिक प्रवासियों को स्वरोजगार से जोड़ने के निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी ने कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य, सहकारिता, समाज कल्याण, डेयरी, आजीविका, साहसिक पर्यटन आदि रेखीय विभागों के माध्यम से संचालित विभिन्न योजनाओं के तहत निर्धारित लक्ष्यों की गहनता से समीक्षा की। रेखीय विभागों के निर्धारित लक्ष्यों के आधार पर वर्तमान में जिले के 4814 प्रवासियों को स्वरोजगार से जोडा जा सकता है। उन्होंने निर्देश दिए कि बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार से जोडने के लिए सभी रेखीय विभाग शीघ्र कार्ययोजना तैयार करना सुनिश्चित करें। कहा कि जो प्रवासी इन योजनाओं के मानकों में नही आ रहे है उनको मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना से लाभान्वित किया जाएगा। स्वरोजगार के इच्छुक प्रवासियों को व्यावसायिक प्रशिक्षण देकर हर संभव मदद भी की जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि ग्राम पंचायत विकास अधिकारी एवं ग्राम विकास अधिकारी के माध्यम से प्रवासियों को विभागीय योजनाओं की जानकारी दी जाए। ताकि स्वरोजगार के इच्छुक प्रवासी अपनी इच्छानुसार उद्यम स्थापित कर सके। उन्होंने अधिक पैदावार वाली फसलों, पशुपालन, बागवानी, सब्जी उत्पादन, होटल व्यवसाय, रिवर राफ्टिंग एवं अन्य साहसिक गतिविधियों के लिए बेहतर कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि स्वरोजगार स्थापित करने के इच्छुक प्रवासी जिला उद्योग केन्द्र के दूरभाष नंबर 01372-252126 तथा जिला आपदा कन्ट्रोल रूम के मोबाइल नंबर 9068187120 पर भी संपर्क कर सकते है।
महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र डा0 एमएस सजवाण ने अवगत कराया कि बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार से जोडने के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्वरोजगार प्रोत्साहन एवं अनुश्रवण समिति का गठन किया गया है। इसमें मुख्य विकास अधिकारी उपाध्यक्ष और महाप्रबंधक उद्योग को संयोजक सदस्य नामित किया है। उद्यमशील युवा प्रवासियों को स्वयं के व्यवसाय स्थापना हेतु बैंकों के माध्यम से सुविधा दिलाने के लिए मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना संचालित की गई है। उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों के माध्यम से सूक्ष्म एवं मध्यम उद्योगों के विकास की योजना बनाई जानी है। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत वनिर्माणक क्षेत्र के उद्यम के लिए परियोजना की अधिकतम लागत 25 लाख रुपये तथा सेवा व व्यवसाय क्षेत्र के लिए अधिकतम लागत 10 लाख रुपये है। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग द्वारा योजनान्तर्गत मार्जिन मनी की धनराशि अनुदान के रूप में उपलब्ध करायी जाएगी। है। योजनान्तर्गत एमएसएमई नीति में वर्गीकृत श्रेणी ए में मार्जिन मनी की अधिकतम सीमा व मात्रा कुल परियोजना लागत का 25 प्रतिशत, श्रेणी बी में कुल लागत का 20 तथा श्रेणी सी व डी में कुल लागत का 15 प्रतिशत मार्जिन मनी के रूप में देय होगी। उद्यम के 2 वर्ष सफल संचालन के उपरान्त मार्जिन मनी अनुदान के रूप में समायोजित की जाएगी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत जनपद में 125 का लक्ष्य दिया गया है। अब तक जनपद के 300 से अधिक प्रवासियों ने https:// msy.uk.gov.in पोटर्ल पर अपना रजिस्ट्रेशन किया है।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे, पीडी प्रकाश रावत, एलडीएम पीएस राणा सहित कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य, समाज कल्याण आदि सभी रेखीय विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।