झाँसी सीपरी बाजार थाना क्षेत्र में देर रात पुलिस मुठभेड़ में घायल हुए बदमाश ने शहर के चर्चित डॉक्टर आरके गुरबक्सनी के अपहरण कांड की पूरी कहानी पुलिस को बयान कर दी। शातिर अपराधी द्वारा दी गई जानकारी के बाद पुलिस ने उसके दो और साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि एक अन्य साथी फरार बताया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि कल रात दो बदमाश मोटरसाइकिल क्रमांक यूपी 93-डब्लू 8743 से ग्वालियर हाईवे पर जा रहे थे। इन बदमाशों की सूचना मिलने पर पुलिस ने जब उनकी घेराबंदी की तो पुलिस को देखकर बदमाशों ने भागने की कोशिश की। इस कोशिश के दौरान मोटरसाइकिल स्लिप हो गई, जिससे दोनों बदमाश सड़क पर गिर पड़े। सड़क पर गिरते ही दोनों बदमाशों ने सड़क किनारे रखे रेलवे के स्लीपर की आड़ में पुलिस पर फायरिंग करना शुरू कर दी। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की, जिससे एक बदमाश को पैर में गोली लगी। इसका नाम राजवीर सिंह निवासी ग्राम लकारा बताया गया है। उसे उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज में दाखिल कराया गया। पूछताछ के दौरान राजवीर ने डॉक्टर गुरबक्सनी के अपहरण कांड की पूरी कहानी उजागर की। राजवीर के अनुसार वह दूध बेचने का कार्य करता है। इसी क्रम में वह वासुदेव बिहार निवासी बादाम सिंह की सड़क किनारे रखी चाय की दुकान पर भी दूध देता है।
इस बीच दोनों में दोस्ती हो गई। बादाम से उस पर पांच लाख रुपए कर्ज होने की बात कहकर पैसों के लिए कोई बड़ा काम करने के लिए कहा। इसके बाद यह तय हुआ कि केके पुरी कॉलोनी निवासी डॉ आरके गुरबक्सनी प्रतिदिन हाईवे पर टहलने के लिए जाते हैं, इसलिए उनका अपहरण कर फिरौती के रूप में पैसे वसूल किए जाएं। इस योजना में पुष्पेंद्र गुर्जर निवासी उनाव बालाजी दतिया तथा राम लखन गुर्जर निवासी मुरैना को भी शामिल किया गया। योजना के तहत सभी ने डॉक्टर का अपहरण कर लिया और उसे लेकर मुरैना चले गए, लेकिन डॉक्टर उनके चंगुल से भाग निकला।
इस कहानी के बाद पुलिस ने राजवीर के दो साथियों बादाम सिंह और पुष्पेंद्र गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि राम लखन फरार है, जिसकी तलाश के लिए पुलिस की टीमें गठित कर दी गई है। पकड़े गए राजवीर के पास से पुलिस ने तमंचा भी बरामद किया है।