दिल्ली सरकार के अस्पतालों के डॉक्टरों ने 10 हफ्ते, 10 बजे, 10 मिनट डेंगू विरोधी अभियान के दूसरे सप्ताह में सरकार के साथ-साथ सीएम अरविंद केजरीवाल के प्रयासों की सराहना की है। डेंगू को रोकने के लिए 10 सप्ताह तक चलने वाले डेंगू जन जागरूकता अभियान में लोगों से आग्रह किया है कि वे अपने घरों या अपने आसपास स्थिर साफ पानी का निरीक्षण करें, जहां डेंगू फैलाने वाले मच्छरों का प्रजनन की संभावना है।
डॉक्टर, जो डेंगू के खिलाफ इस लड़ाई में रीढ़ की हड्डी बने हुए हैं, डेंगू विरोधी अभियान के समर्थन में सामने आए हैं और लोगों को आश्वासन दे रहे हैं कि दिल्ली डेंगू का मजबूती से सामना करेगी। दिल्ली सरकार, दिल्ली के सभी सरकारी अस्पतालों में डेंगू का मुफ्त इलाज और जांच प्रदान कर रही है और डेंगू को लेकर लोगों को सहायता देने के लिए टेलीफोन और व्हाट्सएप हेल्पलाइन भी शुरू की है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने डेंगू के मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए छह सितंबर को अपने आवास पर जांच के उपरांत जमा पानी की साफ-सफाई कर इस अभियान की शुरुआत की थी। सोशल मीडिया पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया था, ‘दिल्ली की जनता ने एक बार फिर डेंगू के खिलाफ जंग शुरू कर दिया है।
10 सप्ताह तक चलने वाले इस महा अभियान के पहले रविवार को मैंने अपने घर में जमा साफ पानी को बदल कर मच्छर जनित बीमारियों की संभावना को खत्म किया। अगले 10 हफ्तों के लिए, हर रविवार को सुबह 10 बजे, हमें सिर्फ 10 मिनट अपने घरों की जांच करनी है, ताकि हम अपने परिवारों को डेंगू से बचाने के साथ-साथ पूरी दिल्ली को डेंगू से बचा सकें। मुझे विश्वास है कि दिल्ली के लोग इस बार भी डेंगू को हराएंगे।’
10 हफ्ते, 10 बजे, 10 मिनट का डेंगू विरोधी अभियान सितंबर 2019 में शुरू किया गया था। परिणाम स्वरूप, दिल्ली में केवल 2036 मामले आए थे और डेंगू के कारण दो मौतें हुईं थी, जबकि 2015 डेंगू के 15867 मामले आए थे और करीब 60 लोगों की मौत हुई थी। इस दौरान कई मशहूर हस्तियों, दिल्ली के कैबिनेट मंत्रियों, विधायकों और अधिकारियों ने हर रविवार को सुबह 10 बजे, 10 मिनट के लिए अपने घरों की जांच कर जमा पानी की साफ-सफाई करके इस अभियान को अपना समर्थन दिया था।
डेंगू की रोकथाम को लेकर सभी सावधानियों की एक सूची उपलब्ध कराने के साथ ही दिल्ली सरकार सभी निवासियों को यह सलाह दे रही है कि वे स्वयं बुखार, जोड़ों के दर्द, सिरदर्द और चकत्ते जैसे लक्षणों पर नजर रखें और उसकी जांच कराएं। दिल्ली सरकार के सभी सरकारी अस्पतालों में डेंगू की जांच और उपचार की सुविधाएं मुफ्त उपलब्ध है। डेंगू के लिए कुछ निवारक उपाय जैसे, अपने घर, आस-पास और फूलदान में स्थिर पानी को जांच कर उसे निकालना व बदलना, कूलर में जमा पानी को बदलना या जमा पानी में तेल या पेट्रोल की कुछ बूंदे डालना और पानी की टंकी को हमेशा ढक्कन से ढंकना शामिल है।दिल्ली सरकार ने लोगों को मदद देने के लिए एक विशेष हेल्पलाइन भी शुरू की है।
यदि किसी को मदद की जरूरत है, तो वो 011-22300012 और व्हाट्सएप पर 8595920530 पर कॉल कर सकते हैं। दिल्ली सरकार के 10 हफ्ते, 10 बजे, 10 मिनट के अभियान का संचालन करते हुए डॉक्टर लोगों को आश्वस्त कर रहे हैं कि वे डेंगू के मरीजों को हर संभव सबसे अच्छी देखभाल प्रदान करेंगे और डेंगू से बचाव के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय साझा किए हैं।
*महंगा इलाज का खर्च वहन करने में असमर्थन लोगों के लिए दिल्ली सरकार ने सरकारी अस्पतालों में डेंगू की जांच और इलाज की सुविधा मुफ्त करने की घोषणा की है, जो सराहनीय कदम है- डाॅ. छवि गुप्ता, आरजीएसएसएच*
दिल्ली सरकार के 10 सप्ताह के डेंगू विरोधी अभियान के तहत दिल्ली में डेंगू की रोकथाम को लेकर अधिक जागरूकता पैदा करने की बात कही गई है। पिछले साल भी सितंबर में यह अभियान चलाया गया था, जिसके चलते केवल 2036 केस सामने आए थे और डेंगू से केवल दो मौतें हुईं, जबकि 2015 में 15867 केस आए थे और 60 लोगों मौतें हुई थीं। यह हमारे माननीय मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की एक महत्वपूर्ण पहल है और पिछले कुछ वर्षों में बेकाबू डेंगू की बीमारी की गंभीरता का मुकाबला करने के लिए और मानसून के बाद के मौसम के दौरान दिल्ली में मरीजों की संख्या बढ़ने और मृत्यु का मुख्य कारण है।
सरकार ने यह भी घोषणा की है कि दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में डेंगू की जांच और उपचार की सुविधाएं निशुल्क उपलब्ध हैं। मुझे लगता है कि जो लोग महंगे इलाज का खर्च वहन करने में असमर्थ हैं, ऐसे अधिक से अधिक लोगों को लभांवित करने का यह महत्वपूर्ण सराहनीय कार्य है।
*हमें डेंगू से लड़ने के लिए एक साथ आना चाहिए, ठीक वैसे ही जैसे हम एक साथ कोविड के खिलाफ लड़ रहे हैं- डॉ. रितु, एलएनजेपी अस्पताल*
दिल्ली के माननीय मुख्यमंत्री द्वारा शुरू किया गया 10 हफ्ते, 10 बजे, 10 मिनट का अभियान सराहनीय है। यह पिछले साल भी लॉन्च किया गया था और परिणाम हमारे सामने हैं, पिछले वर्षों से डेंगू के मामलों में भारी कमी आई थी। सभी विभाग, डॉक्टर और अधिकारी कोविड महामारी को रोकने और इलाज करने में व्यस्त हैं। इसलिए हर व्यक्ति का यह कर्तव्य बनता है कि वह पानी के ठहराव के लिए अपने घरों की जांच करे और स्वच्छता बनाए रखे।
अगर वे ऐसा करने के लिए हफ्ते में एक बार सिर्फ कुछ मिनट बिताने की आदत बना लेते हैं, तो हम डेंगू को काफी हद तक कंट्रोल कर पाएंगे। यह सिर्फ हमें एक साथ आकर डेंगू से लड़ने की जरूरत है, जैसे हम कोविड के खिलाफ एक साथ लड़ रहे हैं। हमें अपने बच्चों को उनकी रक्षा करने के लिए, और खासकर जब हम मच्छरों के काटने से बचाव कर रहे हैं, तब उन्हें ढंकना चाहिए। जैसे मास्क पहनना एक आदत बन गया है, उसी तरह पूरी आस्तीन वाले कपड़े पहनने और डेंगू से बचाव के लिए हर हफ्ते 10 मिनट तक अपने घरों की जांच करने जैसे निवारक उपाय करना भी आदत में अपनाया जाना चाहिए। स्थिर पानी में मिट्टी का तेल या पेट्रोल डालना मच्छरों के प्रजनन को रोकने का एक प्रभावी तरीका है।
*दिल्ली सरकार का 10 हफ्ते, 10 बजे, 10 मिनट का अभियान डेंगू और अन्य वेक्टर जनित रोगों के खिलाफ सही समय पर किया गया उपाय है- डॉ. आशीष गोयल, चिकित्सा अधीक्षक, बुरारी अस्पताल*
दिल्ली पहले से ही कोविड महामारी से निपटने के एक कठिन दौर से गुजर रही है और अगर इसमें एक और बीमारी जुड़ गई, तो आम जनता के साथ-साथ अस्पतालों और प्रशासन के लिए भी इसका प्रबंधन करना बहुत मुश्किल हो जाएगा। दिल्ली सरकार का 10 हफ्ते, 10 बजे, 10 मिनट का अभियान डेंगू और अन्य वेक्टर जनित बीमारियों के खिलाफ समय पर उपाय है। इससे पहले कि यह रोग फैल जाए, इसे नियंत्रित किया जाना चाहिए, ताकि इससे लोगों के स्वास्थ्य और आजीविका पर कोई असर न पड़े। अभियान के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि मुख्यमंत्री स्वयं इसमें हिस्सा ले रहे हैं, और यदि हम उसी दिनचर्या का पालन करते हैं, तो हम निश्चित रूप से इसके प्रकोप को रोक पाएंगे। यह अभियान पहले स्तर को खत्म करने के लिए है, जहां से बीमारी पैदा होती है, जो मच्छरों के पनपने से रोकने के लिए है। डेंगू से बचाव के लिए लोगों को घर के अंदर ही रहना चाहिए और अगर वे सड़क पर सो रहे हैं तो जाल का इस्तेमाल करना चाहिए, जो डेंगू के काटने से बचाव के लिए बहुत ही लागत प्रभावी उपाय है।