लखनऊ, 31 जुलाई। सिटी मोन्टेसरी स्कूल के संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने केन्द्र सरकार द्वारा जारी ‘नई शिक्षा नीति’ की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह शिक्षा नीति बच्चों के सर्वांगीण विकास में बेहद प्रभावशाली सिद्ध होगी एवं आगे चलकर यही देश के विकास में मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने सुझाव दिया कि राइट टु एजूकेशन (आर.टी.ई.) के तहत गरीब से गरीब बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के हेतु यदि उनकी फीस की धनराशि को डायरेक्ट बेनीफिट ट्रान्सफर (डी.बी.टी.) के माध्यम से सीधे बच्चे अथवा अभिभावक के खाते में भेजने की व्यवस्था करे तो निश्चित रूप से यह नई शिक्षा नीति और भी प्रभावशाली साबित होगी। वास्तव में डी.बी.टी. व्यवस्था को लागू करने से देश के गरीब से गरीब बच्चों को भी अपनी पसन्द के स्कूल में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने का मौलिक अधिकार प्राप्त होगा।
डा. गाँधी ने आगे कहा कि नई शिक्षा नीति बच्चों की अन्र्तनिहित रचनात्मक व सृजनात्मक क्षमता को बढ़ावा देने वाली है, जिससे बच्चों की बहुमुखी प्रतिभा निखरकर सामने आयेगी। इसके अलावा, स्कूल एवं कालेजों के संचालन, नियन्त्रण एवं मूल्यांकन की जिम्मेदारियों को अलग-अलग संस्थाओं को देने से इसमें पारदर्शिता भी आयेगी। उन्होंने आगे कहा कि अब आगे नई शिक्षा नीति को कार्यरूप में लाने के लिए बनने वाले नियमों को न केवल प्रभावशाली बनाना होगा बल्कि किसी भी प्रकार के संशय से बचने के लिए नियमों व उप-नियमों की विस्तृत व्याख्या करके उसे स्पष्ट भी करना चाहिए।