तृप्ति रावत/ जी हाँ मछली खाने वाले सावधान हो जाएं, मछली खाने से कैंसर हो सकता है। मछली को ज्यादा दिनों तक ताजा रखने के लिए मछुआरे और मछली कारोबारी एक ऐसे केमिकल का उपयोग कर रहे हैं जो पूर्ण रुप से जहर है। अगर आप ऐसी मछली का लगातार सेवन करते हैं तो, आपको कई खतरनाक बीमारियाँ हो सकती हैं। ये केमिकल है फाॅर्मेलिन। जी हाँ फॉर्मेलिन वही केमिकल है जो डेड बाॅडी को सड़ने से बचाने के लिए माॅर्चरी के प्रयोग में लाया जाता है। यह बहुत ही खतरनाक केमिकल है जो आपके शरीर में कई बीमारियाँ पैदा कर सकता है।
हाल ही में गोवा की सरकार ने आंध्राप्रदेश और अन्य स्टेट से आने वाली मछलियों के गोवा में इम्पोर्ट पर 15 दिन का बैन लगा दिया है। ये बैन इसी बात के लिए लगाया गया है क्योंकि गोवा में अन्य प्रदेशों से आने वाली मछलियों में कैंसर कारक फॉर्मलडिहाइड का प्रयोग किया जा रहा था। खुद गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पारिकर ने प्रेस कांन्फ्रेंस कर इस बात की जानकारी मीडिया को दी है।
अन्य खाद्य पदार्थों की तरह मछलियों में भी कैंसरकारक इस केमिकल के पाए जाने पर केरल सरकार ने आॅपरेशन सागररानी प्रोजेक्ट लाँच किया है। जिसके तहत अब मछलियों के पकडे डाने के बाद उसके स्टोरेज और ट्रांसपोर्टेशन के दौरान किसी प्रकार के केमिकल का प्रयोग ना हो इसको सुनिश्चित किया जाएगा इस काम के लिए केरल के फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट को लगाया गया है।
भारत में कैंसर के मरीजों का लगातार बढना जारी है आपकी तमाम सेहत की जागरुकता के बावजूद कैंसर के नए नए मामले आ रहे हैं। जो व्यक्ति बीडी सिगरेट शराब या तंबाकू का किसी रुप में सेवन नही करते उनकों भी कैंसर जैसी बीमारियाँ हो रही हैं। ऐसे में खाद्य पदार्थों में मिलावट और केमिकल का प्रयोग इन बीमारियों का सबसे बडा कारण बन रहा है।अपने देश में डेली कंज्यूम की जाने वाली हर चीज में मिलावट या खतरनाक केमिकल पाया जा रहा है, चाहे वो दूध हो पनीर हो सब्जियाँ हों मसाले हों सभी में मिलावटखोर मिलावट करके मोटा मुनाफा कमा रहे हैं।
इसलिए आप अपने खाने वाली चीजों की ठीक तरह से जाँच परख कर ही खाएं और खाद्य पदार्थों में हो रही मिलावट के प्रति खुद भी जागरुक रहें और लोगों को भी जागरुक करें। हमारा वीडियो आपको कैसा लगा इसके बारे में कमेंट जरुर करें और हमारे चैनेल को सब्सक्राइब करना ना भूलें।