इंफोर्समेंट डायरेक्टरेट ने वीडियोकॉन ग्रुप को आईसीआईसीआई बैंक से गलत तरीके से 3250 करोड़ रुपये का लोन दिए जाने के मामले में आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीइओ चंदा कोचर के पति दीपक कोचर को गिरफ्तार कर लिया है। ईडी इस मामले में आईसीआईसीआई बैंक की तरफ से दिए वीडियोकॉन समूह को कर्ज में हुई अनियमितता और मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही है। जिसमें चंदा कोचर के पति दीपक कोचर सहित कई के खिलाफ जांच चल रही है। इस मामले में चंदा कोचर के देवर से भी पूछताछ की जा चुकी है।
2012 में आईसीआईसीआई बैंक ने विडियोकॉन ग्रुप को 3,250 करोड़ रुपये का कर्ज दिया था। यह कर्ज कुल 40 हजार करोड़ रुपये का एक हिस्सा था, जिसे विडियोकॉन ग्रुप ने एसबीआई के नेतृत्व में 20 बैंकों से लिया था। इस मामले में यह बात सामने आई थी कि विडियोकॉन ग्रुप के चेयरमैन वेणुगोपाल धूत ने 2010 में 64 करोड़ रुपये न्यू पाॅवर रीन्यूएबल्स प्राइवेट लिमिटेड को ट्रांसफर कर दिए थे।
न्यू पाॅवर कंपनी को खुद धूत ने दीपक कोचर और दो अन्य रिश्तेदारों के साथ मिलकर खड़ा किया था। आरोप है 64 करोड़ रुपये न्यूपॉवर को गलत तरीके से दिए गए। क्योंकि न्यूपॉवर के मालिक आईसीआईसीआई बैंक की उस वक्त सीईओ चंदा कोचर के पति दीपक कोचर समेत उनके परिवार के सदस्य थे। इस लोन को लेकर विवाद मच गया था. विवाद सामने आने के बाद इस मामले की जांच न्यायमूर्ति श्रीकृष्ण समिति को सौंपा गया जिसमें लोन देने की प्रक्रिया को सही नहीं ठहराया गया था.