कांग्रेस सांसद राहुल गांधी(Rahul Gandhi) की 104 दिन से जारी भारत जोड़ो यात्रा(Bharat Jodo Yatra) के सामने एक नई चुनौती खड़ी हो गई है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा है कि राहुल गांधी अगर भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कोविड 19(Covid 19) प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन नहीं करवा सकते, तो यात्रा को बंद करें। मांडविया ने यह बात राहुल गांधी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लिखी एक चिट्ठी में कही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने यह चिट्ठी राजस्थान के तीन बीजेपी सांसदों की शिकायत के आधार पर लिखी है। राजस्थान के तीन सांसदों – पीपी चौधरी, निहाल चंद और देवजी पटेल ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पालन न किए जाने को लेकर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा है कि यात्रा के दौरान मास्क और सैनिटाइजर्स के इस्तेमाल समेत कोविड 19 से जुड़े सभी प्रोटोकॉल्स का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए और सिर्फ उन्हीं लोगों को इसमें शामिल होने की इजाजत मिलनी चाहिए, जिन्हें वैक्सीन लग चुकी है।
तीनों बीजेपी सांसदों ने 20 दिसंबर को मांडविया को लिखी अपनी चिट्ठी में कहा है कि देश के कई राज्यों के लोग यात्रा में शामिल होने के लिए राजस्थान आ रहे हैं, जिसके बाद कई लोगों में कोविड के लक्षण देखे गए। उन्होंने यह भी कहा है कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू यात्रा से लौटने के बाद कोविड पॉजिटिव हो गए।
इस बीच, राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा बुधवार को राजस्थान से निकल कर हरियाणा में प्रवेश कर गई। कन्याकुमारी से सात सितंबर को निकली ‘भारत जोड़ो यात्रा’ अब तक आठ राज्यों-तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और राजस्थान को कवर कर चुकी है। पहले से घोषित कार्यक्रम के मुताबिक इसे श्रीनगर तक जाना है। लेकिन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की इस हिदायत के बाद यह सवाल है कि क्या मोदी सरकार राहुल गांधी की पदयात्रा को श्रीनगर तक जाने देगी या कोविड प्रोटोकॉल के नाम पर उसे बीच में ही रोका जा सकता है? गौरतलब है कि चीन समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना के मामले फिर से तेज़ी से बढ़ने लगे हैं।