यज्ञविजय चतुर्वेदी/गोंडा। एक गरीब परिवार किस तरह से अपना पेट काटकर एक एक रुपए बचाकर बैंक में जमा करता है यह उसका दिल ही जानता है… लेकिन जब यही जमा पूंजी अचानक गायब हो जाए तो उस परिवार क्या बीतता है यह तो वह परिवार भी नहीं बता पाता …. कुछ ऐसा ही हुआ है एसबीआई के ग्राहक सेवा केंद्र से, जँहा गरीब हज़ारों परिवार से 84 लाख रुपये का फर्जीवाड़ा किया गया…. जी हां हम बात कर रहे हैं गोंडा जिले के तरबगंज तहसील की जहां पर बैंक ग्राहक सेवा केंद्र द्वारा ही उपभोक्ताओं के लाखों रुपए फर्जी तरीके से गबन कर लिए गए …. तरबगंज तहसील में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ब्रांच ग्राहक सेवा केंद्र की फ्रेंचाइजी अखंड भास्कर द्विवेदी नाम के व्यक्ति ने ले रखी थी जिस पर ग्रामीणों ने भरोसा जताया और जन – धन योजना के तहत खाता खुलवाने के साथ – साथ उसमें पैसा भी जमा करने लगे…लेकिन ग्राहक सेवा केंद्र के मैनेजर ने हजारों खाताधारकों के खाते से लाखों रुपयों का फर्ज़ीवाडा कर फरार हो गया।
खाताधारकों को ग्राहक सेवा केंद्र के मैनेजर द्वारा बकायदा खाताधारकों को जमा और निकासी की रसीद भी दी जाती थी… लेकिन केंद्र का फर्जीवाड़ा का खुलासा तब हुआ जब एक उपभोक्ता बैंक से पैसा निकालने गया तो पता चला उसके खाते में पैसा ही नहीं है… इसके बाद जब उसने बैंक से स्टेटमेंट निकलवाया तो पता चला की उसके खाते में सिर्फ 212 रुपये ही हैं। ग्राहक ने बैंक में 20 हज़ार – 20 हज़ार करके दो बार मे कुल 40 हज़ार रुपये अपने खाते में जमा किए थे… धीरे – धीरे यह बात जंगल में आग की तरह फैल गई…तब केंद्र के सभी खाताधारकों ने अपना- अपना स्टेटमेंट चेक किया। जिसके बाद पता चला कि ग्राहक सेवा केंद्र के मैनेजर अखंड भास्कर ने हज़ारों खाताधारकों के साथ ऐसी ही धोखाधड़ी करके 84 लाख रुपये से ज्यादा का गबन कर लिया है।
अब जब उपभोक्ताओं ने अपने खाते से रुपयों के गबन होने की शिकायत एसबीआई बैंक के मेन ब्रांच में की और थाना तरबगंज में आरोपी के खिलाफ तहरीर दी तो वह सेवा केंद्र बंदकर फरार हो गया। फिलहाल समय से सूचना देने व शिकायत करने के बावजूद भी बैंक व थाने से कोई ठोस कार्यवाही न होता देख आज सभी पीड़ित उपभोक्ता एसपी के पास पहुंचे और आरोपी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करने की मांग की …. वही इस संबंध में जिले के एसपी लल्लन सिंह का कहना है कि यह एसबीआई के तरबगंज स्थित ग्राहक सेवा केंद्र पर कुछ लोगों का पैसा लेकर उनको फर्जी रसीद दी गई है किंतु उनके अकाउंट में वह पैसा चढ़ा नहीं है तो इसमें सात – आठ लोग आज शिकायत लेकर आये हुए हैं …. उनकी जांच मेरे द्वारा कराई जाएगी और जांच से जो तथ्य प्रकाश में आएगा उस के तहत उनका अभियोग पंजीकृत कराके जो दोषी हैं उनके विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी