पीलीभीत 13 जुलाई। यूपी के पीलीभीत जिले के पूरनपुर तहसील क्षेत्र में एक महिला ने मेढक जैसे चेहरे वाले शिशु को जन्म दिया है। पूरनपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में महिला प्रसब के लिए भर्ती थी। इस अद्भुत बच्चे को देखने के लिए सीएचसी में लोगों का तांता लगा रहा।
प्रसूता पूरनपुर कोतवाली के अंतर्गत पुलिस चौकी घुँघचिहाई क्षेत्र के गांव पुन्नापुर लुकटिहाई की रहने वाली है। महिला के इससे पूर्व दो और बच्चे भी हैं। ये उसका तीसरा प्रसब था। तीसरे बच्चे के रूप में एक मेंढक की शक्ल वाले शिशु को जन्म दिया तो अस्पताल में हड़कंप सा मच गया।
सी एच सी के प्रभारी डॉक्टर असलम के अनुसार यह नवजात शिशु गर्भ में ही मर चुका था। जिसका प्रसव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पूरनपुर में हुआ। प्रसूता को जहां बच्चे के मरने का गम था,वहीं इस मेंढक की शक्ल वाले अद्भुत बच्चे को देख कर हैरान भी थी। महिला के पति ने बताया कि लगातार हेल्थ चेकअप के दौरान ऐसी कोई बात उन्हें चिकित्सकों द्वारा नहीं बताई गई और वो खुद हैरान है कि उनकी पत्नी ने यह किस तरह के नवजात शिशु को जन्म दिया है। अस्पताल में इस तरह के नवजात शिशु का जन्म होने की खबर आग की तरह फैल गई और सैकड़ों लोग महिला वार्ड में इस बच्चे को निहारने पहुंचे। इस बच्चे को देखकर लोग जहां हैरान थे वही स्थानीय चिकित्सक कुछ कहने की स्थिति में नहीं है। फिलहाल पूरनपुर में इस तरह का यह पहला और अद्भुत शिशु बताया जा रहा है।
इस प्रकार के प्रसब पर अपनी राय देते हुए राजकीय आयुर्वेदिक कालेज के प्रोफेसर डॉक्टर आर बी यादव ने बताया कि ये कोई धर्म से जुड़ी या चमत्कारिक घटना नहीं है। चिकित्सा क्षेत्र में इसका कोई स्थान नहीं है। ऐसे प्रसबों के पीछे का कारण बताए हुए उन्होंने कहा कि यह मेडिसिन के रियेक्सन का परिणाम होता है। जब महिलाओं को कम समय पर दबाइयों की बड़ी डोज या पॉवर दी जाती है। उस समय गर्भ में विकसित हो रहे शिशु के अंगों पर इसका सीधा प्रभाव पड़ता है और ऐसे असाधारण शिशु जन्म लेते हैं।