शाहजहांपुर उप्र 08 अगस्त। बीजेपी की सरकार आते ही भगवा की बयार सी चल पड़ी है। कहीं थानों का तो कहीं सरकारी इमारतों को भगवा किया जा रहा है। इसी प्रक्रिया के चलते यूपी के शाहजहांपुर में तो हद ही पर कर दी गई। भगवा रंग चाहने वालों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा को ही भगवा रंग में रंग दिया।
भगवा रंग की गई गांधीजी की मूर्ति पिछले 20 साल से सफेद रंग थी। इस मामले में कांग्रेस ने भगवा करने वाले लोगो के खिलाफ कार्यवाही ना होने पर सड़को पर उतरने की धमकी दी है। वही विश्व हिन्दू परिषद् का कहना है की मूर्तियों को भगवा करने का सिलसिला जारी रहेगा। फ़िलहाल जिला प्रशासन मामले में जांच की बात कर रहा है।
मामला थाना बंडा के ढाका घनश्यामपुर गांव की है। जहां पर ग्राम सभा की जमीन पर 20 साल पहले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा सफेद स्थापित की गई थी। 20 साल के बाद अचानक ही इस गांव में रातों-रात गांधी जी की प्रतिमा को भगवा रंग में रंग कर उन्हें भगवाधारी बना दिया गया। सुबह जब लोगों ने देखा तो लोग हैरत में पड़ गए।
मूर्ति सफ़ेद कपड़ों में नहीं बल्कि भगवाधारी कपड़ों में नजर आ रही थी। हालांकि नीचे प्रतिमा पर राष्ट्रपिता लिखा हुआ है लेकिन राजनीति करने वालों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को भी नहीं छोड़ा। उनको रातो रात सफेद कपड़ो के बजाय भगवाधारी बना दिया।
अब इस घटना के बाद से इस पर राजनीति प्रारम्भ हो गई है। इलाके में लोगों में इस राजनीति को लेकर खासा गुस्सा दिखाई दे रहा है । कांग्रेस जिलाध्यक्ष कौशल मिश्र ने भगवा करने वाले लोगो के खिलाफ कार्यवाही ना होने पर सड़को पर उतरने की धमकी दी है।
गाँधी जी की मूर्ती को भगवा रंग में किसने रंगा ये अभी पता नहीं चल पाया है। इधर विश्व हिन्दू परिषद् नेता राजेश अवस्थी का कहना है की मूर्तियों को भगवा करने का सिलसिला जारी रहेगा।
एडीएम प्रसाशन बच्चू सिंह ने कहा कि ये प्रकरण प्रशासन के संज्ञान में आया है। इसकी जांच कराई जा रही है। उसी के आधार पर अग्रिम करवाई की जाएगी।
विश्व हिन्दू परिषद् के इस बयान से भगवा तो संतो का रंग है और प्रतिमाओं को भगवा करने का सिलसिला जारी रहेगा। ये मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है।
-नीरज / विवेक वर्मा