अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी एक बार फिर 100 अरब डॉलर क्लब में शामिल हो गए हैं। ब्लूमबर्ग बिलिनेयर इंडेक्स के मुताबिक बुधवार को उनकी नेटवर्थ में 2.73 अरब डॉलर की तेजी आई और यह 101 अरब डॉलर पहुंच गई।
अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने पिछले साल 24 जनवरी को अदाणी ग्रुप के बारे में एक रिपोर्ट जारी की थी जिसके बाद अदाणी ग्रुप एक समय 150 बिलियन डॉलर की मार्केट वैल्यू खो चुका था साथ ही निवेशकों और लेंडर्स का भरोसा वापस हासिल करने, कर्ज चुकाने और रेगुलेटरी चिंताओं को दूर करने में महीनों बिताए।
लेकिन अब अदाणी ने जबरदस्त वापसी की है और दुनिया के अमीरों की लिस्ट में 12वें नंबर पर पहुंच गए हैं। इस साल उनकी नेटवर्थ में 16.4 अरब डॉलर की तेजी आई है। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद अदाणी की नेटवर्थ में 80 अरब डॉलर से अधिक गिरावट आई थी और यह 37.7 अरब डॉलर तक गिर गई थी। दुनिया के अमीरों की लिस्ट में भारत और एशिया के सबसे बड़े रईस मुकेश अंबानी 11वें नंबर पर हैं। उनकी नेटवर्थ 108 अरब डॉलर है। बुधवार को उनकी नेटवर्थ में 1.01 अरब डॉलर की तेजी आई। इस साल उनकी नेटवर्थ 11.8 अरब डॉलर बढ़ी है। 100 अरब डॉलर क्लब में अभी 12 अरबपति शामिल हैं। इनमें नौ अमेरिका के, दो भारत के और एक फ्रांस का है
निवेशकों का अदाणी ग्रुप पर भरोसा बना रहा
राजीव जैन के जीक्यूजी पार्टनर्स ने पिछले साल अदाणी ग्रुप की कंपनियों में करीब 4 बिलियन डॉलर का निवेश किया था, जबकि कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (क्यूआईए) ने करीब 500 मिलियन डॉलर का निवेश किया था और टोटलएनर्जीज ने अदाणी ग्रीन एनर्जी के साथ एक ज्वाइंट वेंचर पर 300 मिलियन डॉलर का दांव लगाया था।
साल 2024 की शुरुआत में अदाणी ने खोला निवेश का पिटारा
समूह ने तमिलनाडु के ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2024 में 42 हजार 700 करोड़ रुपये के निवेश के लिए एमओयू पर साइन किया। अगले पांच सालों में, अदाणी समूह गुजरात में दो लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करेगा यानी 25 बिलियन यूएस डॉलर। इससे 1 लाख से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होंगे। तेलंगाना की बात करें तो अदाणी ने 12 हजार 400 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के लिए चार समझौते किए हैं
महाराष्ट्र की बात करें तो हाइपरस्केल डेटा सेंटर इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने के लिए अदाणी ने राज्य सरकार के साथ 50 हजार करोड़ रुपये का समझौता किया है। 1 गीगावॉट हाइपरस्केल डेटा इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने के लिए अगले 10 सालों में 50 हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा।