गोंडा। यूपी में हाथरस और बलरामपुर जिले में हुई वीभत्स घटनाओं से भी गोंडा की पुलिस ने कोई सबक नहीं लिया है। यहाँ की पुलिस पिछले 1 हफ्ते से लडकी पर रेप की कोशिश के मामले में अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं की है। पीडित लड़की और उसका परिवार दहशत में और थानाअध्यक्ष से लेकर पुलिस अधीक्षक तक गुहार लगा चुकी है लेकिन अभी तक पुलिस सिर्फ मामले को दबाने की कोशिश में ही लगी है।
मामला इटियाथोक थाने के अंतर्गत आने वाले एक गाँव का है जहाँ पर एक दलित युवती से रेप का प्रयास किया गया। गोण्डा पुलिस फिलहाल रेप का प्रयास करने वाले दबंग युवक पर कोई कार्यवाही नहीं कर रही है और दलित युवती के परिजनों पर सुलह करने का दबाव बना रही है। वहीं दलित पीड़ित परिवार थाने से लेकर एसपी ऑफिस तक 7 दिनों से चक्कर लगा रहे है।पीडिता का कहना है कि कार्यवाई ना होने पर आरोपी युवक का हौसला बढ़ गया है और वो पीड़िता के परिजनों को धमकी दे रहा है। आरोपी युवक ने शौच के लिए गई दलित नाबालिग लड़की से रेप का प्रयास किया था
24 सितंबर को हुई इस घटना के बाद गोंडा पुलिस शायद हाथरस और बलरामपुर जैसे कांड होने के इंतज़ार में है। वैसे भी यूपी पुलिस आजकल इंवेस्टीगेशन से ज्यादा पीडि़ता को जलाने में ही विश्वास करती है। जैसा कि उसे हाथरस और बलरामपुर में पीडितों के साथ किया।